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Aadhaar Card की प्रमाणिकता की जांच के लिए पुलिसकर्मियों को दी जाएगी खास ट्रेनिंग

आधार कार्ड (Aadhaar Card) में गलत जानकारी दर्ज होने या आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जांच के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण और जागरूक करने के लिए आने वाले एक महीने में प्रदेश के सभी जिलों में विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा.

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Aadhaar Card की प्रमाणिकता की जांच के लिए पुलिसकर्मियों को दी जाएगी खास ट्रेनिंग
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Vinod Lamba|Updated: Dec 30, 2022, 07:13 PM IST

चंडीगढ़: आधार कार्ड (Aadhaar Card) में गलत जानकारी दर्ज होने या आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जांच के लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण और जागरूक करने के लिए आने वाले एक महीने में प्रदेश के सभी जिलों में विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज यहां वरिष्ठ अधिकारियों और UIADI के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की. 

उन्होंने कहा कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India) के सहयोग से आयोजित की जाने वाली इन कार्यशालाओं में जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों या उनके प्रतिनिधियों को UIADI के विशेषज्ञों की ओर से आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जांच की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला में 10 साल पुराने आधार वाले नागरिकों के पते को दोबारा सत्यापित करने और 18 या उससे अधिक की आयु के व्यक्तियों के नए कार्ड बनाने की प्रक्रिया की भी समुचित जानकारी दी जाएगी.

आधार विवरण में नागरिक PIO और PO करें अपडेट
कौशल ने सभी निवासियों से अपने आधार को अपडेट करने की अपील की. उन्होंने आधार धारकों से आग्रह किया कि जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में अपने आधार को अपडेट नहीं किया है, वे पहचान के प्रमाण तथा पते के प्रमाण के वैध सहायक दस्तावेजों के साथ आधार को myAadhaar पोर्टल या एम आधार ऐप (mAadhaar App) के माध्यम से ऑनलाइन या पास के आधार केंद्र पर जाकर ऑफलाइन माध्यम से अपडेट करें.

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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार UIADI द्वारा 10 साल पुराने आधार कार्ड को अपडेट करने के लिए की जा रही इस गतिविधि का उद्देश्य केवल असामाजिक तत्वों, जो किसी भी तरीके से आधार विवरण के कारण किसी भी प्रकार का लाभ ले रहे हैं, उसकी जानकारी पता लग सके. उन्होंने बताया कि अभी तक आधार की प्रमाणिकता से संबंधित 54 संदिग्ध मामले UIADI के पास आए हैं, जिनमें से 14 पर आवश्यक कार्रवाई कर उनके आधार को डिएक्टिवेट कर दिया गया है. 37 पर सत्यापन की कार्रवाई जारी है.

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में आधार कार्ड भारत में निवासियों की पहचान के सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत प्रमाण के रूप में उभरा है. यह निवासियों के हित में है कि वे अपने आधार को पहचान के वर्तमान प्रमाण और पते के प्रमाण के साथ अपडेट रखें. बड़ी संख्या में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं और वित्तीय संस्थान जैसे बैंक और एनबीएफसी ग्राहकों को प्रमाणित करने और ऑनबोर्ड करने के लिए आधार का उपयोग करते हैं.

मुख्य सचिव ने निवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे आधार विवरण में अपने मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को अपडेट करें तथा 5 और 15 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट भी अवश्य करें.

बैठक में UIADI के क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़ की उप महानिदेशक सु भावना गर्ग ने बताया कि जिन नागरिकों के आधार कार्ड बने 10 साल से ज्यादा हो चुके हैं और उन्होंने 10 साल की अवधि के दौरान अपने आधार कार्ड में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव या जानकारी को अपडेट नहीं किया है, ऐसे नागरिक अपने आधार कार्ड को अपडेट अवश्य करें. उन्होंने बताया कि अगर पुलिसकर्मियों के समक्ष कोई मामला ऐसा आता है, जिसमें आधार कार्ड की प्रमाणिकता की जांच आवश्यक है, तो वे प्राथमिक तौर पर आधार कार्ड पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन कर उसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं.

बैठक में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग (Department of Industries And Commerce) के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंदा मोहन शरण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल और सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार विभाग के निदेशक यश गर्ग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे.

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