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COVID-19: दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना के अलग-अलग नए वैरिएंट, आगे क्या होगा?

Coronavirus: कुछ विशेषज्ञ आने वाले सर्दियों के मौसम में, विशेष रूप से त्योहारों के माहौल में कोरोना संक्रमण में तेजी आने की भविष्यवाणी कर रहे हैं.

COVID-19: दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना के अलग-अलग नए वैरिएंट, आगे क्या होगा?
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Zee News Desk|Updated: Oct 19, 2022, 11:45 AM IST

COVID-19 New Variants: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस (COVID-19) मामलों पर अलर्ट जारी किया है. राज्य में BA.2.3.20 और BQ.1 जैसे नए वेरिएंट का पता चला, जिसके बाद यह अलर्ट जारी किया गया है. गौर करने वाली बात यह है कि देश में पहली बार इस वैरिएंट का पता चला है. देश में स्वास्थ्य अधिकारी भी चिंतित हैं और उन्होंने लोगों को आगाह किया है. विशेष रूप से सर्दियों और त्योहारी सीजन के दौरान मामले बढ़ने की आशंका है.

सर्दियों में बढ़ सकता है कोरोना का ग्राफ

कुछ विशेषज्ञ आने वाले सर्दियों के मौसम में, विशेष रूप से त्योहारों के माहौल में संक्रमण में तेजी आने की भविष्यवाणी कर रहे हैं. डब्ल्यूजीएस (संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण) में, बीए.2.75 का अनुपात 95 प्रतिशत से घटकर 76 प्रतिशत हो गया है. यह वैरिएंट वैश्विक स्तर पर मामलों में तेजी का कारण बन रहा है. यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कुछ देशों में ऐसे स्ट्रेन के रूप में उभर रहे हैं जो अधिकतम मामलों के लिए जिम्मेदार हैं, विशेष रूप से BQ.1. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने नोट किया कि BQ.1 और BQ.1.1 वैरिएंट वर्तमान में 15 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में देश भर में केसलोड का 11 प्रतिशत थे. एक महीने से भी कम समय पहले यह सिर्फ 1 फीसदी था.

कोविड और इसके प्रकार

जब कोरोनोवायरस वैरिएंट की बात आती है तो लोगों ने शायद उन सभी वैरिएंट्स पर नजर रखना छोड़ दिया है जो अब फिर उभर रहे हैं. ज्यादातर ओमिइक्रॉन वैरिएंट के सब-वैरिएंट हैं. दुनिया में अलग-अलग वैरिएंट संक्रमण का कारण बन रहे हैं. समाचार आउटलेट फॉर्च्यून के मुताबिक जिस तरह से ओमिक्रॉन वैरिएंट वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है, वह सोचने का विषय है. विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस हल्के फ्लू की तरह खत्म हो सकता है, या यह अभी की तुलना में बड़ा हो सकता है.

पहले से अलग स्थिति

स्क्रिप्स रिसर्च में आणविक चिकित्सा के प्रोफेसर और स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के संस्थापक और निदेशक डॉ एरिक टोपोल ने फॉर्च्यून को बताया कि  कई बार ऐसा हुआ है जब दुनिया के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग वैरिएंट मिल रहे थे, जैसे दक्षिण अमेरिका में गामा और दक्षिण अफ्रीका में बीटा. लेकिन इस वक्त ऐसा नहीं है.

क्या यह फ्लू की तरह खत्म हो जाएगा?

यह महत्वपूर्ण है कि वैरिएंट के प्रसार के बारे में जानने के लिए समय पर उचित विश्लेषण किया जाए क्योंकि दुनिया भर में कोविड वैरिएंट के खंडित क्लस्टर बिखरे हुए हैं. वाशिंगटन विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य मेट्रिक्स और मूल्यांकन संस्थान के प्रोफेसर डॉ अली मोकदाद ने फॉर्च्यून को बताया कि वैश्विक रूप से कई लोग वैक्सीन और संक्रमण से प्रतिरक्षा कम होने के कारण फिर से अतिसंवेदनशील हो रहे हैं. मोकदाद के अनुसार कोविड वायरस अंततः फ्लू की तरह बन जाएगा, जो सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा परेशान करेगा.

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