trendingNow11669165
Hindi News >>देश
Advertisement

Corona Update: दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर, डराने वाले हैं मौत और मरीजों के आंकड़े

Covid-19 in Delhi: डॉक्टरों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के अस्पतालों की भीड़ बता रही है कि बीते कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है और पिछले कुछ दिनों से भारत में  कोविड-19 से होने वाली कुल मौतों में पहला नंबर दिल्ली का है.

Corona Update: दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर, डराने वाले हैं मौत और मरीजों के आंकड़े
Stop
Pooja Makkar|Updated: Apr 26, 2023, 03:55 PM IST

Covid-19 cases and death rise in Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है और पिछले कुछ दिनों से भारत में कोविड-19 (Covid-19) से होने वाली कुल मौतों में पहला नंबर दिल्ली का है. इसके साथ ही दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना से भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. आंकड़ों पर नजर डालें तो 3 सप्ताह में एडमिट होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.

 प्राइवेट अस्पतालों में नहीं मिल रहे बेड

आमतौर पर प्राइवेट अस्पताल में एडमिशन लेने के लिए मरीज को केवल पैसे खर्च करने होते हैं, लेकिन हो सकता है कि इन दिनों आपको दिल्ली के किसी बड़े प्राइवेट अस्पताल में ढूंढने पर भी बेड ना मिले. इसकी बड़ी वजह कोरोना वायरस है. कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों के बाद अब ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है.

बढ़ रहा है कोरोना वायरस का प्रकोप

नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए 236 बेड्स हैं और इस समय सभी बेड्स फुल हैं. ओपीडी में मरीजों की भीड़ भी बढ़ गई है. इसमें साधारण बुखार से लेकर कोरोना वायरस की बीमारी के शक के साथ आने वाले मरीजों की संख्या भी अच्छी खासी है. डॉक्टरों के मुताबिक भीड़ बता रही है कि बीते कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है. भारत में कोरोना मरीजों के जो आंकड़े जारी किए जाते हैं, वो लैब टेस्ट के आधार पर जारी होते हैं. घर पर टेस्टिंग किट के साथ टेस्ट करने वालों की संख्या इसमें शामिल नहीं है. अगर उसे भी जोड़ दिया जाए तो असल में कोरोना मरीजों की संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है. 

 दिल्ली में कब कम होगा कोरोना का कहर

दिल्ली में मैक्स ग्रुप के 5 अस्पताल हैं और सभी में कुल मिलाकर कोरोना वायरस पॉजिटिव 40 मरीज भर्ती हैं. तीन हफ्ते पहले यहां एक भी मरीज कोरोना की वजह से एडमिट नहीं था. ये नंबर ये बता रहे हैं कि दिल्ली में कोरोना वायरस गंभीर स्तर पर फैला है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में इस समय कोरोना वायरस लगभग पीक पर पहुंच चुका है और 15-20 दिन में मामले कम हो जाने चाहिए.

डराने वाले हैं कोरोना से मौत के आंकड़े

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 26 अप्रैल को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में बीते 24 घंटे में 19 मौतें दर्ज हुई और इनमें सबसे अधिक 6 मौतें दिल्ली से दर्ज हुई हैं. 25 अप्रैल को भारत में 6 मौतें दर्ज हुई, जिनमें से 3 दिल्ली में हुई थी. 24 अप्रैल को दिल्ली में दो मौतें दर्ज हुई. 23 अप्रैल को देशभर में 22 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से दिल्ली में सबसे अधिक 6 मौत दर्ज हुई थी. 22 अप्रैल को देशभर में कोरोना से 40 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से दिल्ली में सबसे अधिक 6 मौत दर्ज की गई थी.

इन अस्पतालों में फुल हो चुके हैं बेड्स

दिल्ली के बड़े अस्पतालों मैक्स, फोर्टिस और गंगाराम में बेड्स लगभग फुल हैं. हालांकि, उसकी वजह सिर्फ कोरोना वायरस नहीं है, लेकिन कई प्राइवेट अस्पताल कोरोना मरीजों को एडमिट करने की जगह दूसरे अस्पताल के लिए रेफर कर रहे हैं, क्योंकि प्रबंधन के मुताबिक कोरोना मरीज को एडमिट करने के लिए एक विंग को आइसोलेट करना पड़ता है. स्टाफ और बाकी सारी व्यवस्थाएं अलग करनी पड़ती हैं. ऐसे में कई कोरोना मरीजों को भर्ती होने के लिए बेड ढूंढने में दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है.

Read More
{}{}