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Kolkata News: आरोपी संजय रॉय का पोलीग्राफी टेस्ट करवाएगी CBI, कोलकाता रेप- मर्डर केस का सामने आएगा राज!

Kolkata Doctor Rape Murder Case Update: कोलकाता रेप- मर्डर मामले की जांच कर रही सीबीआई कई सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रही है. वह जानना चाह रही है कि वारदात के बाद क्राइम सीन सुरक्षित क्यों नहीं रखा गया.

Kolkata News: आरोपी संजय रॉय का पोलीग्राफी टेस्ट करवाएगी CBI, कोलकाता रेप- मर्डर केस का सामने आएगा राज!
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Devinder Kumar|Updated: Aug 19, 2024, 04:57 PM IST

CBI Investigation Update on Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप और दरिंदगी से हत्या के मामले में देशभर के शहरों में आज भी विरोध मार्च निकाले गए. इस मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने आज भी आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष को बुलाकर पूछताछ की. उधर मृतका डॉक्टर की अटॉप्सी रिपोर्ट सामने आई है, जिसे पढ़कर पता चलता है कि वह मर्दानी आखिरी वक्त तक दरिंदों से खूब लड़ी थी. उसके शरीर पर एक दो- नहीं बल्कि चोटों के 14 निशान मिले हैं, जो उसकी मौत से पहले के थे. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस मामले में ममता सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल अब महिलाओं के लिए सुरक्षित राज्य नहीं रहा है. महिलाएं अब घर से निकलते हुए गुंडों से डरती हैं. उन्होंने कहा कि घटना की सीबीआई जांच चल रही है और उम्मीद है कि असल दोषियों के नाम अब सामने आ सकेंगे.

दरिंदों से खूब लड़ी थी मर्दानी

मीडिया को मिली डॉक्टर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला डॉक्टर के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसका मर्डर कर दिया गया. उसके शरीर पर चोट के 14 निशान थे. वे चोटें उसे मौत से पहले दी गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, उसके शरीर पर व्यापक चोटें थीं, जो मौत से पहले दी गई थीं.

रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित के सिर, चेहरे, गर्दन, बांह और गुप्तांगों पर 14 से ज्यादा चोटें थे. उसकी मौत की वजह हाथ से गला घोंटना था. उसकी मौत के तरीके मानव वध माना गया. रिपोर्ट में बलपूर्वक पैनीट्रेशन के साथ संभावित यौन उत्पीड़न का संकेत दिया गया. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता के जननांग में सफेद, गाढ़ा, चिपचिपा तरल पदार्थ पाया गया. इसके साथ ही फेफड़े फटने और शरीर में खून के थक्के जमने की बात भी रिपोर्ट में कही गई है. हालांकि शरीर में फ्रैक्चर का कोई निशान नजर नहीं आया. पीड़िता के ब्लड सैंपल और उसके शरीर से मिले लिक्विड को जांच के लिए आगे फोरेंसिक लैब में भेजा गया है. 

इन सवालों के जवाब ढूंढ रही सीबीआई

हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच शुरू करने वाली सीबीआई इस घटना में कई सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश कर रही है. वह जानना चाहती है कि वारदात के बाद किसने और क्यों सुसाइड की थ्योरी गढ़ने की कोशिश की. वह कौन व्यक्ति था, जिसने परिजनों को फोन करके कहा कि उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया है. उसे ऐसा कहने के लिए किसने कहा था.

सीबीआई इस मामले में अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष की भूमिका को शक के दायरे में रखकर चल रही है. वह उनसे पिछले 4 दिनों से लगातार पूछताछ कर रही है. लेकिन पूर्व प्रिंसिपल के जवाबों में विरोधाभास है, जिसके चलते वह उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं है. वह यह जानने की भी कोशिश कर रही है कि जब अस्पताल प्रशासन को घटना का पता चल गया था तो क्राइम सीन को सुरक्षित क्यों नहीं करवाया गया. 

घटना के दौरान कहां थे चारों साथी डॉक्टर

एजेंसी के अधिकारी इस घटना में मृतका के साथ वारदात वाले दिन डिनर करने वाले 4 स्टूडेंट्स से भी पूरा वाकया जानने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही यह भी तलाश कर रही है कि वारदात के दौरान वे चारों कहां थे. अफसर यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि रेप- मर्डर से पहले जब पीड़िता को बुरी तरह पीटा जा रहा था तो दर्द की वजह से वह निश्चित रूप से चिल्लाई भी होगी. फिर उसकी आवाज किसी ने सुनी क्यों नहीं. अगर किसी ने सुनी तो उस पर क्या एक्शन लिया गया. 

क्या वारदात में एक से ज्यादा लोग थे शामिल?

सीबीआई ने इस मामले में पकड़े गए एकमात्र आरोपी संजय रॉय का साइकोलॉजिकल टेस्ट करवाया है. इस टेस्ट को करवाने का मकसद उसके व्यवहार और दिमाग को समझने की कोशिश करना है. वह उससे लगातार पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या वारदात में उसके अलावा और लोग भी शामिल थे. क्या उसने यह घटना अचानक अंजाम दी या इसके लिए पूरा प्लान किया गया. 

ममता सरकार पर हमलावर हुए राज्यपाल

उधर इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी ममता सरकार पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा, बंगाल महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है. बंगाल ने अपनी महिलाओं को निराश किया है. समाज ने नहीं बल्कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं को निराश किया है. बंगाल को उसके पुराने गौरव पर वापस लाया जाना चाहिए, जहां महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान प्राप्त था... महिलाएं अब गुंडों से डरती हैं, यह सरकार ने पैदा किया है जो इस मुद्दे के प्रति असंवेदनशील है..."

कोलकाता रेप- मर्डर की घटना में मृत डॉक्टर के परिजन के बयान पर उन्होंने कहा, "मैं मां की भावनाओं का सम्मान करता हूं. कानून अपना काम करेगा और सारे दोषी जल्द ही पकड़े जाएंगे..."

कोलकाका घटना पर बीजेपी ने टीएमसी को घेरा

कोलकाता रेप- मर्डर की घटना ने बीजेपी को ममता सरकार पर अटैक करने का बड़ा हथियार दे दिया है. वह लगातार इस घटना को लेकर टीएमसी पर हमलावर है. पार्टी के सोशल मीडिया सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लिखा, शव का अंतिम संस्कार करने की जल्दबाजी को समझना हैरान करने वाला है. जाहिर तौर पर जानबूझ कर दूसरा पोस्टमार्टम टाला जा रहा था.

मालवीय ने आरोप लगाया, 'ममता बनर्जी के प्रशासन और उनके मंत्रियों के सबूतों को नष्ट करने के प्रयासों ने सीबीआई के लिए जांच को एक कठिन कार्य बना दिया है. सत्ता और भ्रष्टाचार का यह गठजोड़ ममता बनर्जी और उनकी तथाकथित पुलिस को अन्याय के अग्रदूत के रूप में उजागर करता है, जिसने बंगाल को भ्रष्टाचारियों के लिए स्वर्ग में बदल दिया है. हर गुजरते दिन के साथ, बंगाल की गौरवशाली विरासत ममता बनर्जी के 'जंगलराज' के तहत दम तोड़ रही है, जहां राजनीतिक लाभ के लिए सच्चाई का बलिदान दिया जाता है.' 

टीएमसी के बचाव में उतरे पार्टी नेता कुणाल घोष

उधर रेप-मर्डर मामले में विरोध करने वाले लोगों की पुलिस गिरफ्तारी का तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बचाव किया है. TMC नेता कुणाल घोष ने आज कहा कि पुलिस केवल उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जो सोशल मीडिया पर गलत जानकारी या फर्जी ऑडियो पोस्ट कर रहे हैं और पीड़िता की पहचान उजागर कर रहे हैं. घोष ने कहा कि लोग विरोध कर सकते हैं, लेकिन उचित तरीके से. 

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, 'अगर आपको लगता है कि आपको विरोध करना चाहिए, तो उचित तरीके से सौ बार करें, हजार बार करें. लेकिन अगर आप गलत जानकारी या फर्जी ऑडियो साझा करते हैं, विकृत धारणाएं कायम करने की कोशिश करते हैं, जानबूझकर भड़काने वाले पोस्ट करते हैं या मृतका का नाम और फोटो उजागर करते हैं, तो पुलिस आपको चेतावनी देगी.'

अपने पार्टी सांसद के बयान से संकट में टीएमसी

कोलकाता पुलिस ने रविवार को तृणमूल सांसद सुखेंदु शेखर रॉय को तलब किया था. रॉय ने आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से निष्पक्ष कार्रवाई करने का आह्वान किया था. उन्होंने सीबीआई से संस्थान के पूर्व प्राचार्य और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की मांग की थी, ताकि यह पता चल सके कि मामले में “किसने क्यों आत्महत्या की कहानी गढ़ी.” 

एक अधिकारी ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने कथित तौर पर अफवाहें फैलाने और आरजी कर अस्पताल में कथित बलात्कार एवं हत्या की शिकार महिला डॉक्टर की पहचान उजागर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी और दो नामी चिकित्सकों को भी समन जारी किया है. इन लोगों के अलावा पुलिस ने घटना के बारे में गलत जानकारी फैलाने के लिए 57 अन्य लोगों को भी समन जारी किया है.

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