Siwan News: बिहार के सिवान से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. प्रखंड मुख्यालय स्थित नारायण कॉलेज के राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट किया है. जिसके बाद मामला सुर्खियों में आ गया. देश विरोधी भड़काऊ पोस्ट करने को लेकर विरोध किया जा रहा है. शुक्रवार को कॉलेज के छात्र-छात्राओं और पेरेंट्स ने विरोध जाहिर करते हुए हंगामा भी किया गया है.
क्या है पूरा मामला
सिवान के एक कॉलेज प्रोफेसर खुर्शीद आलम के सोशल मीडिया एकाउंट पर देश को बांटने वाली बातें लिखी हैं. प्रोफेसर ने लाल रंग के बैकग्राउंड में लिखा है कि वह दोनों सरकारों से अपील करते हैं कि पाकिस्तान-बांग्लादेश से सटे क्षेत्र में भारतीय मुसलमानों के लिए होमलैंड दिया जाए. उन्होंने इसे भारतीय मुसलमानों की मांग बताया है. इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के जिंदाबाद के नारे भी लगाए हैं. बता दें, सोशल मीडिया पोस्ट दो दिन पहले का है, लेकिन हंगामा अब मचा है. हंगामे के साथ खुर्शीद आलम के सोशल मीडिया एकाउंट से दोनों पोस्ट गायब हैं. पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.
पोस्ट में लिखा पाकिस्तान-बांग्लादेश जिंदाबाद
सिवान के गोरिया कोठी प्रखंड स्थित नारायण कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने अपने फेसबुक आईडी पर यूनाइटेड पाकिस्तान और बांग्लादेश जिंदाबाद लिखकर पोस्ट किया गया है.
दूसरे पोस्ट के जरिए लिखा है, कि आई एम अपीलिंग बोथ द गवर्नमेंट एंड द इंडियन मुस्लिम वांट ए सेपरेट होमलैंड एट जॉइनिंग पाकिस्तान और बांग्लादेश. अब यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. वहीं जेपी यूनिवर्सिटी का यह मामला संज्ञान में आने पर प्रोफेसर खुर्शीद आलम को शो कॉज नोटिस भी भेजा गया है.
प्रोफेसर देंगे सोमवार को जवाब
नारायण कॉलेज में राजनीति शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने कहा कि हां मैंने इस टाइप का पोस्ट किया है. इसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश जोड़कर एक अलग मुल्क बनाने की मांग की है. इसमें मैंने भारत का विरोध नहीं किया है. ना ही इसमें कोई देशद्रोह वाली बात है. शो कॉज के मामले में भी प्रोफेसर ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने मुझे शो कॉज किया गया है. इसका जवाब मैं सोमवार को दूंगा. प्रोफेसर ने कहा कि मेरे पोस्ट करने का मतलब किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. अगर किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं, लेकिन मेरा पोस्ट बिल्कुल सही है, और मैं इस पर अडिग हूं.