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Bihar Board Result 2024: बिहार बोर्ड के नतीजों में विद्याकुल का जलवा! फर्स्ट डिवीजन से पास हुए 80% से ज्यादा छात्र

Bihar Board Result 2024: विद्याकुल के 80% से ज्यादा छात्रों ने रिकॉर्ड स्तर पर प्रथम डिवीजन बना कर बिहार में संस्था का नाम रोशन किया. खास बात यह है कि विद्याकुल ने इस वर्ष 42%छात्राओं को भी इंटर की परीक्षा पास करने में सक्षम बनाया. 

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विद्याकुल कोचिंग संस्थान की टीम
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Mar 24, 2024, 01:19 PM IST

Bihar Board Result 2024: बिहार बोर्ड के 12वीं के परिणाम होली के दो दिन पहले यानी 23 मार्च को दोपहर तक घोषित कर दिए. 12वीं साइंस स्ट्रीम का रिजल्ट 87.8% रहा, जबकि आर्ट स्ट्रीम का रिजल्ट 86.15 पर्सेंट रहा. वहीं कॉमर्स स्ट्रीम में कुल 94.88 प्रतिशत सफल हुए हैं. इस साल 2024 में कक्षा 12वीं के आर्ट्स स्ट्रीम में 96.4% अंक साथ तुषार कुमार, कॉमर्स स्ट्रीम में प्रिया कुमारी और साइंस स्ट्रीम में मृत्युंजय कुमार ने पूरे शहर में पहला स्थान प्राप्त किया. जो भी छात्र इस परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, वे अपना रिजल्ट Bihar Board की आधिकारिक वेबसाइटों biharboardonline.bihar.gov.in और results.biharboardonline.com के तहत आसानी से चेक कर सकते हैं. 

इस बार बिहार बोर्ड के रिजल्ट में सुपौल के विद्याकुल ऑनलाइन एजुकेशन संस्थान के छात्रों ने धमाल मचाया. विद्याकुल से 4 लाख छात्रों ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी की थी. लगातार चार वर्षों से, विद्याकुल ने 92% का रिजल्ट देकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हांसिल की है. कुल मिलाकर विद्याकुल के 80% से ज्यादा छात्रों ने रिकॉर्ड स्तर पर प्रथम डिवीजन बना कर बिहार में संस्था का नाम रोशन किया. खास बात यह है कि विद्याकुल ने इस वर्ष 42%छात्राओं को भी इंटर की परीक्षा पास करने में सक्षम बनाया. छात्राओं ने 76% फीसदी का पासिंग पर्सेंटेज हासिल किया.

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बता दें कि एडुटेक स्‍टार्टअप विद्याकुल (Vidyakul) के फाउंडर और सीईओ तरुण सैनी ने खुद पढ़ाई के लिए काफी संघर्ष किया है. बेटे को पढ़ाने के लिए उनके पिता को जमीन तक गिरवी रखनी पड़ी थी. नौकरी की शुरुआत में भी उन्‍हें काफी मुश्किलें झेलनी पड़ीं, लेकिन अपनी मेहनत और लगन से आज एक सफल स्‍टार्टअप के मालिक हैं. तरुण बताते हैं कि एक समय बाद उनके सामने भी पढ़ाई छोड़ने जैसी नौबत आ गई थी. लेकिन फिर उनको टीचरों का सहयोग मिला. 12वीं पास करने के बाद मुझे स्‍कॉलरशिप मिली और ग्रेजुएशन करने ऑस्‍ट्रेलिया चला गया. ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद उन्होंने भारत में विद्याकुल की नींव रखी. 

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