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शांभवी चौधरी Vs सन्नी हजारी: Samastipur में आमने-सामने Nitish के दो मंत्री! दिलचस्प हुआ मुकाबला

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चौथे चरण में 13 मई को समस्तीपुर सीट पर मतदान होना है. इसके लिए 18 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.

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(फाइल फोटो)
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Apr 25, 2024, 09:13 AM IST

समस्तीपुर: Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चौथे चरण में 13 मई को समस्तीपुर सीट पर मतदान होना है. इसके लिए 18 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस सीट पर NDA से एलजेपी (R) के प्रत्याशी के रूप में जेडीयू के कद्दावर नेता और बिहार सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी अपना भाग्य अजमा रही हैं. शांभवी जोर शोर से लोगों के बीच जाकर वोट मांग रही है. 

दूसरी तरफ कांग्रेस की टिकट पर जेडीयू के ही बिहार सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी चुनावी रण में शांभवी को टक्कर देने खड़े हैं. सन्नी हजारी खुद को स्थानीय उम्मीदवार बताकर जनता के बीच वोट मांग रहे है . जेडीयू के दो कद्दावर दलित नेता के बेटे - बेटी के बीच टक्कर ने मुकाबले को रोचक बना दिया है. सन्नी हजारी फिलहाल खानपुर प्रखंड प्रमुख हैं.

सीधी टक्कर होने की संभावना

समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में जदयू के दोनों मंत्रियों के बेटे और बेटी के बीच सीधी टक्कर होने की संभावना है. जीत का सेहरा किसके सिर पर सजेगा, यह तो 4 जून को आने वाले नतीजे के बाद ही पता चलेगा. पिछले 21 दिनों से शांभवी लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में लगातार जनसंपर्क अभियान चला रही है. वहीं, सन्नी हजारी भी महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर जनसंपर्क अभियान में जोर शोर से जुटे हैं. 

बता दें कि 19 तारीख को शांभवी के नामांकन के बाद आशीर्वाद सभा में भी महेश्वर हजारी नजर नही आए थे. जबकि बिहार सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, मंत्री अशोक चौधरी, विजय कुमार चौधरी, विधायक वीरेंद्र कुमार, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, एमएलसी तरुण कुमार, लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान , शाहनवाज हुसैन सहित कई मंत्री , सांसद और विधायक उपस्थित थे. लेकिन समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर क्षेत्र के विधायक एवं सूचना जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी कार्यक्रम में नजर नहीं आए. तभी से राजनीति गलियारों में यह चर्चा काफी तेज हो गई और लोगों में यह खुलकर चर्चा होने लगी कि कांग्रेस के द्वारा सन्नी हजारी को  प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर उन्हें दरकिनार किया जा रहा है. 

अब ये देखना दिलचस्प रहेगा कि सन्नी हजारी के पक्ष में उनके पिता और जदयू मंत्री महेश्वर हजारी खुलकर सामने आ रहे हैं या नहीं. क्षेत्र में महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के द्वारा प्रत्याशी घोषणा किए जाने के साथ ही बैठकों का दौर भी शुरू हो गया. चुनावी रण में खड़ी एनडीए उम्मीदवार शांभवी अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त नज़र आ रही है. 

शांभवी का कहना है कोई न कोई विपक्ष में उनके सामने खड़ा होता ही है, ऐसे में जो भी उम्मीदवार उनके सामने है उनको भी ऑल द बेस्ट. जहां तक स्थानीय और बाहरी की बात है यह कोई मुद्दा नहीं है. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वह इस तरह की बातें कर रहे हैं. शांभवी ने मंत्री महेश्वर हजारी को नसीहत देते हुए कहा कि जो जिस दल में होते हैं ,उन्हें पार्टी धर्म का पालन करना चाहिए. इससे बड़ा कोई धर्म राजनीति में नहीं होता है.हम उनसे भी आशीर्वाद मांगेंगे. वो हमारे एनडीए दल के ख़ास सदस्य हैं . वह उम्मीद करती हैं कि वह अपने राजनीतिक धर्म का पालन करेंगे.

महागठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी सन्नी हजारी ने कहा कि वो पहले से ही समाजसेवी के तौर पर काम कर रहे है . इसी का नतीजा है कि महागठबंधन ने उनपर भरोसा जताते हुए उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है . वंही सन्नी ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें इस लायक बना दिया है कि वो अकेले ही अपने संगठन के सहयोग से विजयी होंगे.

(इनपुट संजीव नैपुरी) 

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