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रामनवमी से पहले झारखंड में बवाल, भारी बारिश के बीच अनशन पर 4 दिनों से बैठे लोग, जानें वजह

रामनवमी को लेकर झारखंड सरकार के एक फैसले ने अब सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है. पूरे झारखंड में जगह-जगह सरकार के खिलाफ इसको लेकर आवाजें उठने लगी हैं. दरअसल रामनवमी के मौके पर सरकार की तरफ से डीजे पर रोक लगा दी गई है.

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(फाइल फोटो)
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Gangesh Thakur|Updated: Mar 20, 2023, 01:34 PM IST

हजारीबाग: रामनवमी को लेकर झारखंड सरकार के एक फैसले ने अब सियासी रंग लेना शुरू कर दिया है. पूरे झारखंड में जगह-जगह सरकार के खिलाफ इसको लेकर आवाजें उठने लगी हैं. दरअसल रामनवमी के मौके पर सरकार की तरफ से डीजे पर रोक लगा दी गई है. वहीं कई जगहों पर धारा 144 लागू करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं जिसके बाद से बवाल धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. कई विपक्षी पार्टियां झारखंड सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही हैं. 

रामनवमी पर हजारीबाग में निकाली जानेवाली जुलूस को हमेशा सुर्खियां मिलती रही है. यहां इसका इतिहास आजादी से पुराना है. ऐसे में हजारीबाग में भी सरकार के फैसले के खिलाफ लोगों का गुस्सा फुटा है. बता दें कि यहां सरकार की तरफ से धारा 144 लागू करने के फैसले के साथ डीजे बजाने पर भी रोक लगाया गया है जिसका विरोध लोग कर रहे हैं. 

सरकार की तरफ से लगाए गए इस पाबंदी के खिलाफ लोग विरोध करने उतर आए हैं. झारखंड में बीते कुछ दिनों से बारिश हो रही है लेकिन सरकार के फैसले को लेकर 4 दिनों से लोग अनशन पर बैठे हैं और इस दौरान कई लोगों की तबीयत बिगड़ने के बाद भी वह धरना स्थल से हटने को तैयार नहीं है. 

दरअसल इस फैसले का विरोध कर रहे हिंदू प्रचारक अजय सिंह भी चार दिन से अनशन पर हैं और अतचानकर उनकी तबीयत खराब हो गई लेकिन वह धरनास्थल से हिले नहीं. ऐसे में प्रशासन के द्वारा लगाई गई पाबंदी को लेकर अब स्थानीय लोगों का आक्रोश भी बढ़ने लगा है. रविवार को देर शाम हजारीबाग में बारिश शुरू हुई तोअनशन कर रहे लोग भींगते रहे लेकिन धरनास्थल से हटे नहीं. जबकि पांडाल पूरी तरह सेपानी से भर गया. अजय सिंह की स्वास्थ्य की जांच भी प्रशासन की तरफ से कराई जा रही है. उन्हें दवा भी दी गई है. उनको अस्पताल ले जाने का फैसला प्रशासन की तरफ से लिया गया तो उन्होंने इससे साफ इंकार कर दिया. अजय सिंह के साथ दो और लोग धरनास्थल पर अनशन करने बैठे हैं. हालांकि भारी को तेज होता देख बड़ा अखाड़ा के महंत विजयानंद दास के अनुरोध पर सभी अखाड़ा परिसर में रात गुजारने पहुंचे और रात भर वहां फर्श पर सोए रहे जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई. 

अनशन कर रहे लोगों से लगातार नेताओं की मुलाकात हो रही है. प्रशासन की पाबंदी लोगों के आक्रोश का कारण बनी हुई है.  इन अनशन कारियों से मिलने के लिए भाजपा सांसद जयंत सिन्हा भी पहुंचे.  उन्होंने भी हेमंत सरकार के निशाने पर लिया और कहा की हर बार की तरह इस बार भी हजारीबाग में रामनवमी का त्योहार भी मनाया जाता रहेगा. वहीं सत्ता पक्ष के नेता इस मामले में भाजपा पर सियासत करने का इल्जाम लगा रहे हैं. 

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