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दिल्ली रवाना हुए झारखंड के गवर्नर रमेश बैस, कर सकते हैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात

झारखंड से एक और बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऑफिस ऑफ प्रॉफ़िट मामले में फंसे CM हेमंत सोरेन को लेकर ऑफिस ऑफ प्रॉफ़िट मामले में फंसे सीएम हेमंत सोरेन को लेकर कर सकते हैं. इसी कड़ी में गवर्नर रमेश बैस आज ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.

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 (फाइल फोटो)
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Sep 02, 2022, 03:04 PM IST

Ranchi: झारखंड से एक और बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऑफिस ऑफ प्रॉफ़िट मामले में फंसे CM हेमंत सोरेन को लेकर ऑफिस ऑफ प्रॉफ़िट मामले में फंसे सीएम हेमंत सोरेन को लेकर कर सकते हैं. इसी कड़ी में गवर्नर रमेश बैस आज ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. जानकारी के अनुसार आज वो दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं

UPA नेताओं ने की थी मुलाकात 

झारखंड में पिछले आठ दिनों से कायम राजनीतिक अनिश्चितता पर स्टैंड क्लीयर करने की मांग को लेकर जेएमएम-कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार शाम साढ़े चार बजे राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं के मुताबिक, राज्यपाल ने उनसे कहा कि हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता के मसले पर निर्वाचन आयोग का पत्र राजभवन को मिला है. इस पत्र के कंटेंट पर वह विधि विशेषज्ञों से परामर्श ले रहे हैं और जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जायेगी.

जानें क्या है मामला

गौरतलब है हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रहते हुए रांची के अनगड़ा में अपने नाम 88 डिसमिल के क्षेत्रफल वाली पत्थर खदान लीज पर ली थी. भाजपा ने इसे ऑफिस ऑफ प्रॉफिट (लाभ का पद) और जन प्रतिनिधित्व कानून के उल्लंघन का मामला बताते हुए राज्यपाल के पास शिकायत की थी. राज्यपाल ने इसपर चुनाव आयोग से मंतव्य मांगा था. 

आयोग ने शिकायतकर्ता और हेमंत सोरेन को नोटिस जारी कर इस मामले में उनसे जवाब मांगा और दोनों के पक्ष सुनने के बाद चुनाव आयोग ने बीते गुरुवार को राजभवन को मंतव्य भेजकर उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी. चुनाव आयोग का यह मंतव्य राजभवन के पास है और आधिकारिक तौर पर इस बारे में राजभवन ने सात दिनों के बाद भी कुछ नहीं कहा है.

(इनपुट: आईएएनएस)

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