trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar01273814
Home >>BH Purnia

झारखंड के बाद बिहार में बवाल, किशनगंज के 37 सरकारी स्कूल शुक्रवार को रहते हैं बंद

 किशनगंज जिले के 37 ऐसे सरकारी स्कूल हैं जो रविवार को खुले और शुक्रवार को बंद रहते हैं. आखिर रविवार को ये 37 स्कूल किसके आदेश पर खुलते हैं और कब से ऐसा आदेश जारी किया गया इसकी जानकारी ना तो शिक्षा विभाग के पास है और ना ही किसी अधिकारी के पास.

Advertisement
झारखंड के बाद बिहार में बवाल, किशनगंज के 37 सरकारी स्कूल शुक्रवार को रहते हैं बंद
Stop
Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Jul 25, 2022, 09:36 PM IST

किशनगंज : झारखंड के सरकारी स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार की छुट्टी और स्कूल के नाम से साथ 'उर्दू' जोड़े जाने का मामला अभी गरम ही हैं कि इसी बची बिहार से ही ऐसे मामले सामने आने लगे हैं. जिसके बाद से जमकर बवाल शुरू हो गया है. दरअसल बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पड़नेवाले किशनगंज जिले से ऐसी खबर आ रही है.

किशनगंज के 37 सरकारी स्कूल रहते हैं शुक्रवार को बंद 
बता दें कि किशनगंज जिले के 37 ऐसे सरकारी स्कूल हैं जो रविवार को खुले और शुक्रवार को बंद रहते हैं. आखिर रविवार को ये 37 स्कूल किसके आदेश पर खुलते हैं और कब से ऐसा आदेश जारी किया गया इसकी जानकारी ना तो शिक्षा विभाग के पास है और ना ही किसी अधिकारी के पास. 

रविवार को खुली रहती हैं ये स्कूलें
बिहार के मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज के सरकारी स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी रविवार को नहीं बल्कि शुक्रवार को होती है. ये स्कूलें रविवार को खुली रहती हैं. आमतौर पर रविवार को ही सरकारी कार्यालय और स्कूलों को साप्ताहिक छुट्टी के लिए बंद रखा जाता है लेकिन एक राज्य और अलग-अलग जिलों के लिए शुक्रवार बन्दी का कानून कब और किसने बनाया यह शिक्षा विभाग के लिए राज बना हुआ है. 

जहां 60 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम छात्र उन स्कूलों में लागू है ये नियम 
जानकर बताते हैं कि ये शुक्रवार बन्दी का कानून उस स्कूलों पर लागू किया गया है जिसमें साठ फीसदी मुस्लिम छात्र हैं. वो इसलिए कि शुक्रवार को जुम्मे की नमाज पढ़ने में मुस्लिम बच्चों और शिक्षकों को आसानी हो. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के कुल 37 स्कूल ऐसे हैं जो शुक्रवार को बंद और रविवार को खुले रहते हैं. 

किशनगंज के पोठिया प्रखंड में सर्वाधिक 16 स्कूल शुक्रवार को बंद रहते हैं 
किशनगंज जिले के ये सरकारी स्कूल मदरसे की राह पर चल रहे हैं. जिस प्रकार से मदरसों में शुक्रवार के दिन साप्ताहिक छुट्टी होती है, उसी प्रकार से मुस्लिम आबादी वाले स्कूलों में भी शुक्रवार के दिन साप्ताहिक छुट्टी की परंपरा कई सालों से चल रही है. जिसके कारण के सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बता दें की जिले के पांच प्रखंडों के कुल 37 स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी रहती है. जिले के पोठिया प्रखंड में सर्वाधिक 16 विद्यालय शुक्रवार को बंद रहते हैं और रविवार को खुले रहते हैं. जबकि किशनगंज जिले में उर्दू आधारित एक भी सरकारी स्कूल नहीं है. 

किशनगंज का पोठिया पूरे एशिया में सबसे कम साक्षरता वाला प्रखंड 
सबसे खास बात है की पोठिया प्रखंड पूरे एशिया में सबसे कम साक्षरता वाला प्रखंड है. वहीं जिले के उत्क्रमित मध्य विद्यालय करबला के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो वसीम का कहना है की पूर्व से ही विद्यालय में शुक्रवार को छुट्टी रहती आई है. इस संबंध में सरकारी आदेश है या नहीं उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं है. 

ये भी पढ़ें- द्वादश ज्योतिर्लिंगों में क्यों महत्वपूर्ण है देवघर का बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग

हिन्दू समुदाय के शिक्षक और शिक्षक नेताओं ने इसका विरोध कर कहा कि स्कूल शुक्रवार को बंद रहने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वैसे शिक्षक जो रविवार को स्कूल जाते हैं वो अपने परिवार और बच्चे के बीच समय नहीं दे पा रहे हैं जिससे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. वहीं पूरे मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष गुप्ता ने कहा की जिले के 37 विद्यालय शुक्रवार को बंद रहते हैं और यह बहुत लंबे समय से यह चल रहा है. 

Read More
{}{}