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अपने ही हो रहे बेगाने! उपेंद्र कुशवाहा को करीबी जेडीयू MLC रामेश्वर महतो ने दिया झटका

एक तरफ बिहार की राजनीति का सियासी तापमान राष्ट्रीय लोक जनता दल(RLJD) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयानों की बजह से बढ़ा हुआ है. उप्देर कुशवाहा ने दावा किया था कि बिहार में जेडीयू में जल्द ही महाराष्ट्र के एनसीपी की तरफ बड़ी टूट होनेवाली है.

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(फाइल फोटो)
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Gangesh Thakur|Updated: Jul 08, 2023, 04:57 PM IST

Bihar Politics: एक तरफ बिहार की राजनीति का सियासी तापमान राष्ट्रीय लोक जनता दल(RLJD) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयानों की बजह से बढ़ा हुआ है. उप्देर कुशवाहा ने दावा किया था कि बिहार में जेडीयू में जल्द ही महाराष्ट्र के एनसीपी की तरफ बड़ी टूट होनेवाली है. इसके बाद इसी तरह का दावा करके चिराग पासवान और जीतन राम मांझी ने बिहार की सियासत में भूचाल ला दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसके बाद पार्टी के एक-एक MLA नेता और सांसद से अलग-अलग मिलने लगे. इस सब के बीच उपेंद्र कुशवाहा के सबसे करीबी माने जानेवाले जदयू एमएलसी रामेश्वर महतो ने अपने बयानों से कुशवाहा को करारा झटका दिया है. 

दरअसल जदयू एमएलसी रामेश्वर महतो पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ प्रेस वार्ता में शामिल हुए थे और यहीं रामेश्वर महतो ने कहा कि नीतीश कुमार ने जितनी भागीदारी कुशवाहा समाज को दी है उतनी किसी ने नहीं दी है. कुशवाहा समाज के बड़े नेता माने जाने वाले उपेंद्र कुशवाहा के लिए महतो का यह बयान किसी झटके से कम नहीं है. 

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रामेश्वर महतो ने इसके साथ ही कहा कि जो भी नीतीश कुमार को छोड़कर गए हैं वह केवल अपने स्वार्थ की वजह से गए हैं. महतो के इस बयान से ऐसा लगने लगा है कि दोनों के बीच अब सबकुछ सामान्य नहीं है. इससे पहले माना जाता रहा है कि जदयू में उपेंद्र कुशवाहा के सबसे करीबी रामेश्वर महतो ही थे. इसके साथ ही यह भी कयास लग रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को जो सीटें लड़ने के लिए मिलेगी उसमें सीतामढ़ी लोकसभा सीट से उनकी पार्टी की तरफ से लोकसभा 2024 का चुनाव रामेश्वर महतो ही लड़ेंगे. बता दें कि जब कुशवाहा ने जदयू छोड़ी थी और नई पार्टी के गठन का ऐलान किया था तो उनसे सबसे पहले मिलने वाले नेता रामेश्वर महतो ही थे ऐसे में कयास लगाया जा रहा था कि दोनों एक दूसरे के काफी करीबी हैं. 

बता दें कि ये वही रामेश्वर महतो हैं जिनका पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से विवाद चल रहा था और वह खुलकर मीडिया में उनके खिलाफ बयान दे रहे थे और उनपर पार्टी में फूट डालने का आरोप लगा रहे थे लेकिन आज जब दोनों मंच पर एक साथ आए तो उपेंद्र कुशवाहा के लिए यह झटके से कम नहीं था. रामेश्वर महतो ने जेडीयू में कलह से इनकार कर दिया. वहीं उमेश कुशवाहा ने साफ कह दिया कि जेडीयू में टूट का दावा करनेवाला अपना घर संभाले. 

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