trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar01933939
Home >>Bihar-jharkhand politics

Bihar Politics: नीतीश कुमार के पास बस सिर्फ 6 महीने बाकी, मई 2024 में मुख्यमंत्री बनेंगे तेजस्वी यादव?

Bihar Political News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि ये बच्चा हमलोगों के साथ है, यही हमारा सब कुछ है. हम साथ मिलकर प्रदेश में अच्छा काम कर रहे हैं. 

Advertisement
फाइल फोटो
Stop
K Raj Mishra|Updated: Oct 28, 2023, 02:56 PM IST

Bihar Political News: देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होना है. विपक्ष की ओर से पीएम पद के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मजबूत दावेदार बताए हैं. राजद अध्यक्ष लालू यादव भी चाहते हैं कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन जाएं. दरअसल, नीतीश कुमार जब बिहार छोड़ेंगे तभी तेजस्वी यादव को बिहार की कमान मिलेगी. लालू अक्सर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की बात कहते रहते हैं. लालू जानते हैं कि नीतीश कुमार के रहते तेजस्वी का सीएम बनना मुश्किल होगा. राजनीतिक पंडितों का तो यहां तक कहना है कि जदयू और राजद में इसी बात को लेकर समझौता हुआ था. समझौते के मुताबिक, राजद की मदद से नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचेंगे और मुख्यमंत्री की कुर्सी तेजस्वी को सौंप दी जाएगी.

माना जा रहा है कि मई 2024 को तेजस्वी यादव को बन सकते हैं. दरअसल, 6 मई 2024 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और मंत्री संजय झा सहित 11 सदस्यों का विधान परिषद में कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ये 11 ने राजद और जदयू के अलावा बीजेपी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से आते हैं. जदयू की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंत्री संजय झा, खालीद अनवार और रामेश्वर महतो की सीट है. राजद से पूर्व सीएम राबड़ी देवी और रामचंद्र पूर्वे का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वहीं बीजेपी के तीन विधान पार्षद मंगल पांडे, संजय पासवान और सैयद शाहनवाज हुसैन का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है. कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा और जीतन राम मांझी के बेटे और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन भी रिटायर हो रहे हैं. 

ये भी पढ़ें- Bihar: आनंद मोहन के कार्यक्रम में पहुंचे CM नीतीश, समझें इसके राजनीतिक मायने

विधानसभा में संख्याबल के हिसाब जदयू सिर्फ अपने 2 नेताओं को वापस विधान परिषद भेज सकता है यानी नीतीश कुमार को 2 सीटों का नुकसान होगा. उधर राजद को 2 सीटों का फायदा होगा. वहीं बीजेपी अपने हिस्से की तीनों सीट आसानी से जीत लेगी और संतोष सुमन को फिर से विधान परिषद में भेजने में मदद कर सकती है. जदयू को अपनी चारो सीटें बचाने के लिए राजद की मदद चाहिए. माना जा रहा है कि जदयू अपने नेता नीतीश कुमार को जरूर विधान परिषद भेजेगी. 

ये भी पढ़ें- Bihar Politics: 'चाय बेचने वाले का प्लेटफार्म पता नहीं...' PM मोदी पर मंत्री सुरेंद्र यादव का हमला

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में पत्रकारों से कहा था कि वह किसी भी हाल में बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. उन्होंने तेजस्वी के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा था कि अब हमको कुछ नहीं चाहिए. हमलोग साथ में काम कर रहे हैं. ये बच्चा हमलोगों के साथ है, यही हमारा सब कुछ है. हम साथ मिलकर प्रदेश में अच्छा काम कर रहे हैं. नीतीश कुमार के इस बयान का मंत्री तेज प्रताप यादव ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि हम दोनों भाईयों को चाचा नीतीश का आशीर्वाद मिल रहा है. चाचा तो हमेशा ही हम लोगों को आगे बढ़ाने के लिए लगे रहते हैं.

Read More
{}{}