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अररिया और किशनगंज में सबसे ज्यादा होते हैं बच्चे पैदा, जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू नहीं होना इसकी वजह

बिहार में नई सरकार के गठने के बाद से अपनी जमीन मजबूत करने के उद्देश्य से भाजपा के नेता लगातार पूरे प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं. एक तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं. वहीं बिहार में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए भाजपा लगातार कोशिश कर रही है.

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अररिया और किशनगंज में सबसे ज्यादा होते हैं बच्चे पैदा, जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू नहीं होना इसकी वजह
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Sep 06, 2022, 10:53 PM IST

अररिया : बिहार में नई सरकार के गठने के बाद से अपनी जमीन मजबूत करने के उद्देश्य से भाजपा के नेता लगातार पूरे प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं. एक तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं. वहीं बिहार में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए भाजपा लगातार कोशिश कर रही है. सीमांचल में पार्टी के खिसकते जनाधार को लेकर भी पार्टी के नेता अब चिंता में हैं और यहां अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.  

अमित शाह के दौरे से पहले कार्यकर्ताओं के साथ संजय जायसवाल की बैठक 
दरअसल 23 सितंबर को गृह मंत्री अमित शाह का दो दिवसीय दौरा तय है. अमित शाह 23 और 24 सितंबर को बिहार में होंगे, इस दौरान पूर्णिया व किशनगंज में भी उनका कार्यक्रम है. इसकी तैयारी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने अररिया पहुंचे. 

अररिया और किशनगंज की तुलना दुनिया के नक्शे पर इथोपिया से की जाती है
इसी मौके पर अररिया जिला मुख्यालय स्थित एक विवाह भवन में सांसद, विधायक और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेस में संजय जायसवाल ने कहा कि अररिया और किशनगंज में दुनिया में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं. उन्होंने कहा कि इस इलाके की तुलना दुनिया के नक्शे पर इथोपिया से की जाती है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून का लागू न होना इसकी बड़ी वजह है. उन्होंने कहा कि इससे जनसंख्या विस्फोट का खतरा है अधिक बच्चे पैदा होंगे, तो आर्थिक मंदी आएगी और विकास कार्य प्रभावित होगा. 

नो मेंस लैंड एरिया पर बाहरी लोगों का हो रहा कब्जा 
वहीं उन्होंने आगे कहा कि नेपाल के नो मेंस लैंड एरिया पर बाहरी लोगों का बसना देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है.  नो मेंस लैंड क्षेत्र पर लगातार कब्जा जारी है. संजय जायसवाल ने कहा कि हमलोगों ने नीतीश कुमार को इसके लिए आगाह किया था लेकिन उनके टॉप ऑफिसर की वजह से यह ठंढे बस्ते में चला गया. नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा को नीतीश कुमार द्वारा नजरअंदाज करना, आने वाले वक्त में बिहार को इसका खामियाजा भुगतना होगा. प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार 8 बार के सीएम हैं लेकिन दिल्ली में उनसे कोई मिलने को तैयार नहीं उनके जैसे 2 दर्जन लोग पीएम पद के उम्मीदवार हैं. 

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