पटना : Vastu Tips for Money: किसी भी घर का वास्तु ठीक ना हो तो उस घर में कलेश, कर्ज, रोग, प्रेम का अभाव और असमय मौत जैस स्थितियां बन जाती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की हर दिशा के लिए कुछ ना कुछ ऐसी बातें बताई गईं है जिसे करना जरूरी है और कुछ चीजें इन दिशाओं में करना वर्जित भी है. ऐसे में वास्तु के नियमों के अनुासर घर के हर कोने के बारे में भी बताया गया है. ऐसे में वास्तु दोष अगर किसी घर में हो तो वहां रहनेवाले लोग तमाम तरह की परेशानियों का सामना करने लगते हैं.
ऐसे में वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि किसी चीज को किसी दिशा में रखनी चाहिए उसकी सही दिशा क्या होगा और वह कैसे आपके घर में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आएगा. घर में अगर सकारात्मक प्रभाव चाहिए, घर-परिवार में सुख, समृद्धि और शांति चाहिए तो आपको इन बातों पर ध्यान रखने की जरूरत है. घर में किस दिशा में आपने क्या चीज रखी है वह हमेशा आपके स्वास्थ्य और आपकी तरक्की पर प्रभाव डालता है. ऐसे में सही दिशा में चीजों को रखकर आप घर में सुख-शांति और समृद्धि ला सकते हैं. ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा को प्रमुख माना गया है ऐसे में यहां चीजों को व्यवस्थित रखा जाए तो यह आपके लिए फायदेमंद होगा.
झाड़ू
वास्तु के अनुसार अगर घर में कूड़ा और झाड़ू सही दिशा में नहीं रखा हो तो यह आपकी सुख समृद्धि को कम करता है. ऐसे में आपके घर में अशांति का माहौल व्याप्त रहता है. वास्तु शास्त्र की मानें तो झाड़ू को घर की दक्षिण दिशा की तरफ रखना चाहिए. इससे घर में खुशियां आती है और अशांति दूर होती है. ऐसे में वास्तु के अनुसार झाड़ू को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखने की सलाह दी गई है.
बिस्तर
अगर आप बेडरूम में जाएं और यहां आपके बेड का सिरहाना गलत दिशा में हो तो यह भी काफी सारी मुसीबतें लेकर आएगा. ऐसे में हमेशा बेड का सिरहाना दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए. कहते हैं इससे अच्छी नींद आती है. मन शांत रहता है. ऐसे में सोने के समय वास्तु शास्त्र के अनुसार सिरहाना दक्षिण में और पैर उत्तर की दिशा में होना चाहिए.
तस्वीर
घर में हमेशा नकारात्मक ऊर्जा का वास हो तो घर में अशांति, गरीबी और दुःख बना रहता है. ऐसे में आप परेशान रहते हैं और नकारात्म ऊर्जा घर से बाहर नहीं जा पाती है. ऐसे में घर के लिविंग रूम में दक्षिण दीवार पर फीनिक्स चिड़िया की तस्वीर लगानी चाहिए, ऐसा करने से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है और पॉजीटिव एनर्जी का संचार चारों तरफ होता है.