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बिहार में दो छात्रों ने 10 क्षुद्रग्रह खोजे, नासा करेगा सम्मानित

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में रहने वाले दो बच्चों ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलेबोरेशन (आइएएससी) के तहत पटना में रहने वाले हर्ष और श्रेयस बी चंद्रा ने 10 क्षुद्रग्रहों की खोज की है.

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बिहार में दो छात्रों ने 10 क्षुद्रग्रह खोजे, नासा करेगा सम्मानित
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Nov 23, 2022, 01:05 PM IST

पटना:Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में रहने वाले दो बच्चों ने कुछ ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलेबोरेशन (आइएएससी) के तहत पटना में रहने वाले हर्ष और श्रेयस बी चंद्रा ने 10 क्षुद्रग्रहों की खोज की है. जिसेक बाद नासा इन क्षुद्रग्रहों का नामकरण अब इन बच्चों के नाम पर करने वाला है और इन क्षुद्रग्रहों पर दो साल तक और रिसर्च किया जायेगा. इसके बाद दोनों को अस्थायी प्रमाणपत्र और स्कॉलरशिप आदि अन्य योजनाओं का भी लाभ मिल सकता है. वहीं, नासा की ओर से दोनों को सम्मानित किया जायेगा.

ग्रहों की स्थिति पर नजर 
बता दें कि इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलेबोरेशन नासा की ओर से एक कैंपेन है, जो सिटीजन साइंस प्रोग्राम के तहत आता है. इसमें देश और विदेश के स्टूडेंट, टीचर, पीएचडी होल्डर और अन्य लोग जिन्हें विज्ञान के क्षेत्र में रुचि होती है वो शामिल होते हैं. अंतरिक्ष में होने वाली सभी तरह की विभिन्न गतिविधियों पर इस प्रोग्राम के माध्यम से नजर डाली जाती है. अंतरिक्ष में होने वाली विभिन्न गतिविधियां जैसे क्षुद्रग्रह किस दिशा में बढ़ रहे हैं, ग्रहों की क्या स्थिति है इस पर नजर रखा जाता है.

11वीं के छात्र हैं हर्ष 
10 क्षुद्रग्रहों की खोज वाले हर्ष पटना के गायघाट में रहते हैं और वो 11वीं के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि नासा अंतरिक्ष के बारे रुचि रखने वाले लोगों के लिए ऐसे प्रोग्राम का आयोजन करता है. इसमें शामिल होने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करना होता है और उसके बाद टेस्ट देना होता है. एक बार रजिस्टर्ड होने के बाद एप के जरिये एक सॉफ्टवेयर दिया जाता है, जिसकी मदद से आपके पास अंतरिक्ष की गतिविधियों के बारे में जानकारी आती है. आपको हर हफ्ते छह डाटा शीट पर काम करना होता है.

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