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Tomato Farming: टमाटर की इस किस्म से होगी बंपर पैदावार, किसान महज 45 दिन में कमा सकते हैं लाखों रुपये!

भारी बारिश और बाढ़ के कारण टमाटर की ज्यादातर फसल बर्बाद हो चुकी है. इसी कारण टमाटर काफी महंगा हो चुका है. इन परिस्थितियों में किसान भाई टमाटर की नामधारी-4266 किस्म की खेती करके बंपर कमाई कर सकते हैं.

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K Raj Mishra|Updated: Aug 09, 2023, 08:32 AM IST

Tomato Farming Tips: टमाटर के महंगे दामों ने जहां आम जनता के आंसू निकाल रखे हैं, वहीं किसानों को इसने मालामाल कर दिया है. आजकल टमाटर की कीमतें 250 से 280 रुपये किलो बिक रहा है. पिछले 2 महीने में टमाटर बेच कर कई किसान लखपति बन गए हैं. ऐसे में टमाटर की खेती करके अन्य किसान भी अच्छा मुनाफ कमा सकते हैं, क्योंकि अभी टमाटर की कीमतों में गिरावट आने की कोई उम्मीद नहीं है. अगर आप इस किस्म की टमाटर की खेती करेंगे तो आपको एक हेक्टेयर में 1,200 से 1,400 क्विंटल टमाटर का उत्पादन कर सकते हैं.

देश में राजस्थान, कर्नाटक, बिहार, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में प्रमुख रूप से टमाटर की खेती होती है. कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण टमाटर की ज्यादातर फसल बर्बाद हो चुकी है. इसी कारण टमाटर काफी महंगा हो चुका है. इन परिस्थितियों में किसान भाई टमाटर की नामधारी-4266 किस्म की खेती करके बंपर कमाई कर सकते हैं, क्योंकि इसकी फसल मात्र 45 दिनों में तैयार हो जाती है. इतना ही नहीं एक हेक्टेयर में 1400 क्विंटल तक की पैदावार होती है. 

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उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के कृषि वैज्ञानिकों ने टमाटर की इस नई किस्म को विकसित किया है. इन वैज्ञानिकों ने टमाटर की इस किस्म को 'नामधारी-4266' दिया है. टमाटर की यह नई किस्म अब किसानों को समर्पित की जा चुकी है. नामधारी-4266 किस्म के टमाटर को कम लागत में 1,200 से 1,400 क्विंटल तक प्रति हेक्टेयर का उत्पादन कर सकते हैं. 

चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त निदेशक प्रोफेसर डीपी सिंह का कहना है कि बागवानी क्षेत्र में इस रिसर्च को किसानों के लिए एक नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि देश में टमाटर की खेती हर मौसम में सफलतापूर्वक की जाती है. टमाटर की खेती में प्रति हैक्टेयर 50-60 हजार रुपए तक की लागत आती है. लेकिन नामधारी-4266 किस्म के टमाटर की खेती में कम लागत लगेगी. 

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उन्होंने कहा कि नामधारी-4266 किस्म के टमाटर की खासियत यह है कि इसमें कीट एवं रोग नहीं लगते और फसल 45 दिनों में तैयार हो जाती है. टमाटर का वजन भी 100 से 150 ग्राम होता है, जबकि सामान्य टमाटर का वजन 50 से 80 ग्राम का ही होता है. इसमें अधिक सिंचाई की आवश्यकता भी नहीं होती है. उन्होंने कहा कि अगर कोई किसान इस किस्म के टमाटर की खेती करना चाहता है, तो वह CSA कानपुर से इसके बीज प्राप्त कर सकता है. उन्होंने कहा कि टमाटर की यह प्रजाति किसानों की आय बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी.

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Bihar Flood: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मिकीनगर गंडक बराज से 2.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, सभी 36 गेट खोलकर बांधों की लगातार निगरानी की जा रही है, नेपाल के तराई क्षेत्र में बारिश के कारण उफान के बाद दियारावर्ती इलाकों में तेजी से फैल रहा है. दरअसल, भारत-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मिकीनगर गंडक बराज से नदी के डाउन स्ट्रीम में 2 लाख 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके बाद जलजमाव के कारण गंडक नदी उफान पर है और नदी किनारे के लोग परेशान हैं. बाढ़ की आशंका से डरे हुए हैं.

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