बाढ़: सावन की आखिरी सोमवारी के मौके पर बाढ़ के उमानाथ गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली. सुबह से ही श्रद्धालु दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से वाहन या फिर पैदल उमानाथ गंगा घाट पहुंचने लगे. श्रद्धालु गंगा स्नान करने के बाद भगवान शिव और मां पार्वती को जलाभिषेक करने के बाद लोग काफी उत्साहित दिखे. बता दें कि सावन महीने में उमानाथ गंगा घाट पर हजारों संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
उमानाथ मंदिर में भगवान शिव का अंकुरित शिवलिंग
सावन महीने में उमानाथ का विशेष महत्व है. आदि काल त्रेता युग से ही स्थापित भगवान शिव का विशेष अंकुरित शिवलिंग होने के चलते यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगती है. पूरे महीना यहां जलाभिषेक हुआ करता है और प्रशासन भी लगातार यहां की विधि व्यवस्था पर नजर रखे हुए रहता है. उमानाथ मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार के पास भले ही गंदगी का अंबार और नाले का पानी सड़क पर देखने को मिला, लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की श्रद्धा में कोई कमी नहीं दिखी. लोग बड़े ही उत्साह के साथ पूजा पाठ करते नजर आए.
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गंगा में स्टंट करते दिखे युवा
बाढ़ के उमानाथ मंदिर गंगा घाट पर सावन की चौथी सोमवारी के मौके पर भी लोग जान को खतरे में डालकर खतरनाक स्टंट करते देखे गए. प्रशासन की मौजूदगी और एसडीआरएफ की टीम होने के बावजूद भी लोग अपनी जान को खतरे में डालते हुए तेज धारा में लंबी छलांग लगाते देखे गए. लोगों ने तेज बहाव की चिंता किए बगैर गंगा की धार में मनमानी करते रहे. स्थानीय प्रशासन स्टंट बाजो से काफी परेशान दिखी. बाढ़ के उमानाथ गंगा घाट पर पूरे सावन में करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने गंगा स्नान के दौरान मौत हो गई है. इसके बावजूद भी लोगों का स्टंट बाजी का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बता दें कि स्थानीय प्रशासन इसके रोकथाम में लगातार प्रयास कर रही है.