trendingNow/india/bihar-jharkhand/bihar01801526
Home >>पटना

Samsaptak Yoga: सूर्य-शनि का यह बेहद अशुभ संयोग, कहीं आपके जीवन में भी तो नहीं मचा देगा उथल-पुथल

वैसे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में 12 राशियां, 9 ग्रह और 12 भाव होते हैं. इन नवग्रहों में से दो छाया या पाप ग्रह हैं जिन्हें राहु केतु कहते हैं  जो हमेशा वक्री चलते हैं. इसके बाद बचे 7 ग्रहों में सूर्य और चंद्र हैं जो हमेशा मार्गी चलते हैं.

Advertisement
(फाइल फोटो)
Stop
Gangesh Thakur|Updated: Jul 29, 2023, 05:37 PM IST

Samsaptak Surya Shani Yoga: वैसे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में 12 राशियां, 9 ग्रह और 12 भाव होते हैं. इन नवग्रहों में से दो छाया या पाप ग्रह हैं जिन्हें राहु केतु कहते हैं  जो हमेशा वक्री चलते हैं. इसके बाद बचे 7 ग्रहों में सूर्य और चंद्र हैं जो हमेशा मार्गी चलते हैं. इसके साथ ही 5 ग्रह ऐसे हैं जो कभी मार्गी तो कभी वक्री चलते हैं. आपको बता दें कि ऐसे में सौरमंडल के सबसे शक्तिशाली, तेजवान और ऊर्जावान ग्रह सूर्य के जो ग्रह जितना नजदीक होता जाता है उसकी शक्ति क्षीण होती जाती है और तब उसे उस ग्रह का ज्योतिष के अनुसार अस्त होना कहा जाता है. वहीं नवग्रहों में से सबसे क्रूर ग्रह के रूप में शनि को स्थान दिया गया है जबकि वह न्याय के देवता हैं. ऐसे में शनि और सूर्य के बीच मैत्रीपूर्ण व्यवहार कभी भी नहीं होता है दोनों एक दूसरे के शत्रु माने जाते हैं. 

ऐसे में इस बार शनि और सूर्य का गोचर एक विशेष अशुभ योग का निर्माण कर रहा है. जो 12 में से कई राशियों के लिए अत्यंत विनाशकारी होनेवाला है. ऐसे में जिन राशियों पर इसका असर होगा उन्हें संभलकर रहने की आवश्यकता है. एक तो अभी शनि और मंगल की युति से बना  समसप्तक योग पहले से ही कुछ राशियों पर कहर ढा रहा है. 

ये भी पढ़ें- कुंडली में राजयोग का निर्माण चाहते हैं तो करें ये 2 उपाय, मालामाल हो जाएंगे आप

ऐसे में अब शनि के साथ सूर्य भी मिलकर समसप्तक योग बना रहे हैं जो कई राशियों के जातकों के लिए परेशानी का सबब बनेंगे. ऐसे में कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन राशि को जातकों को इस दौरान ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. कन्या राशि के जातकों के कार्यक्षेत्र पर जहां इस योग का प्रभाव पड़ेगा. वहीं तुला राशि के जातकों को कार्य क्षेत्र में तो भाग्य का साथ मिलेगा लेकिन अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर इनकी चिंता बढ़ेंगी. 

वृश्चिक राशि के जातक जो छात्र हैं उनके लिए परेशानी ज्यादा बढ़ेगी. शारीरिक कष्ट भी बढ़ेगा. मकर राशि के जातकों का स्वभाव इस दौरान उग्र रहेगा और यही वजह है कि इनको इसका नुकसान भी होगा. कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय तो अच्छा है लेकिन फिर भी रूकावटें इन क्षेत्र में आती रहेंगी. हालांकि वह इसको पार कर सफलता प्राप्त करेंगे. वहीं मीन राशि के जातकों की खुशी में कमी आ सकती है. मां की सेहत को लेकर तनाव बढ़ सकता है. मतभेद की वजह से कई और परेशानियां खड़ी होंगी.   

Read More
{}{}