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Chhath Puja 2022 : लंदन में महापर्व छठ को लेकर क्या है विशेष, जानें क्या है खास तैयारियां

देशभर में धूमधाम के साथ लोग छठ पर्व मनाते है. छठ पर्व हिंदू धर्म में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है. पहले यह पर्व पूर्वांचल तक सीमित था, लेकिन अब यह पर्व पूरे भारतवर्ष अलावा लंदन में भी हर्षोल्लास से मनाया जाता है. इसमें उपवास करके सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाती है.

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Chhath Puja 2022 : लंदन में महापर्व छठ को लेकर क्या है विशेष, जानें क्या है खास तैयारियां
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Oct 22, 2022, 08:01 AM IST

पटना : देशभर में धूमधाम के साथ लोग छठ पर्व मनाते है. छठ पर्व हिंदू धर्म में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है. पहले यह पर्व पूर्वांचल तक सीमित था, लेकिन अब यह पर्व पूरे भारतवर्ष अलावा लंदन में भी हर्षोल्लास से मनाया जाता है. इसमें उपवास करके सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाती है. इस पर्व का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है. इस बार लंदन में बिहार का मुख्य त्योहार छठ पूजा का बड़े स्तर पर आयोजन होने जा रहा है. इस वर्ष पहली बार इंग्लैंड में बिहारी कनेक्ट यूके ग्रुप द्वारा बड़े स्तर पर छठ का होगा.

लंदनवासी भी मनाएंगे महापर्व छठ
बता दें कि लंदन में बड़े स्तर पर छठ पूजा का आयोजन होने जा रहा है. इस अवसर पर सभी प्रवासी बिहारी अपने इस महापर्व का मिलजुल कर आनंद ले सकेंगे. इसकी जानकारी लंदन में रह रहे बिहारी कनेक्ट के प्रेसिडेंट डा. उदेश्वर कुमार सिंह के साथ ग्रुप के सदस्य कैप्टन ओम प्रकाश, अजय कुमार, संदीप गुप्ता, डा. बिरेंद्र राय, राजीव सिंह व विजय राय ने दी. साथ ही ऐसा माना जाता है कि रामायण और महाभारत काल से ही छठ पर्व मनाया जा रहा है. रामायण काल में माता सीता ने छठ पर्व की पूजा अर्चना की थी, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि महाभारत काल में सबसे पहले द्रौपदी ने छठ की पूजा की थी. इसी तरह से कुछ लोग इसे स्त्रियों का पर्व कहते है, लेकिन पुरूषों के बिना भी छठ पर्व में पूजा की कई रस्म अधूरी रह जाती है.

प्रकृति के प्रति समर्पण भाव को दर्शाता है छठ
बता दें कि छठ पूजा सूर्य उपासना का महापर्व है. यह त्योहार चार दिन तक मनाया जाता है. छठ पूजा का महापर्व लोगों का प्रकृति के प्रति समर्पण भाव को दर्शाता है. बिहार के लोग देश से लेकर विदेश तक जहां कही भी गए, अपनी संस्कृति भी साथ लेते गए. यह एकमात्र ऐसा त्योहार है, जिसमें उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. पूरी दुनिया को सूर्य का महत्व बताना ही इस महान पर्व का लक्ष्य है. इस वर्ष छठ महापर्व 28 अक्टूबर से शुरू हो रहा है और 31 अक्टूबर को सूर्योदय के समय उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद समाप्त होगा.

लंदन में 15 परिवारों से अधिक लोग करेंगे छठी मइया का व्रत
बता दें कि इस वर्ष लंदन में 15 परिवार से अधिक सदस्य एक साथ छठी मइया का व्रत करने जा रहे है. छठ महापर्व आयोजकों द्वारा सभी व्रतियों के लिए रिसॉर्ट में रहने का प्रबंद किया गया है. बता दें कि जो श्रद्धालु इस पर्व को देखने आ रहे है. उनके लिए आसपास के होटल बुक किए गए है. इसके अलावा बता दें कि पूजा की अधिकतम सामग्री भारत से मंगवाई जा रही है. साथ ही बता दें कि पूजा में किसी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आए, इसके लिए कई स्वयंसेवी इन तीनों दिन उपलब्ध रहेंगे. ये सभी स्वयंसेवी व्रत का प्रसाद बनाने से लेकर श्रद्धालुओं के सफल आवा-गमन को संचालित करेंगे. इसके साथ ही संध्या अर्घ्य के दिन हजारों की संख्या में ठेकुआ बनाने का प्रबंध किया जा रहा है, जिसे इंग्लैंड में रहने वाले सभी बिहार वासियों के घर प्रसाद स्वरुप भेजा जायेगा, ताकि वे देश से बाहर रहकर भी अपने आप को इस महापर्व का हिस्सा समझ सके. इस पर्व को लेकर सभी तैयारियां हो गई है.

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