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बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ के ठिकानों पर आईटी का छापा, JDU बोली- जुमलेबाज लोग ऐसे ही करेंगे

Sameer mahaseth: जमशेदपुर नंबर की पांच गाड़ियों से इनकम टैक्स के अधिकारी उद्योग मंत्री के आवास पर पहुंचे, माना जा रहा है कि इसमें दो दर्जन अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. छापेमारी में क्या मिला, अभी तक इसका डिटेल सामने नहीं आया है.  

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बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ के ठिकानों पर आईटी का छापा, JDU बोली- जुमलेबाज लोग ऐसे ही करेंगे
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Shailendra Kumar Singh|Updated: Nov 17, 2022, 01:25 PM IST

पटना: IT Raids In Bihar, Bihar Industries Minister: बिहार के उद्योग मंत्री समीर महासेठ के आवास पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी है. गुरुवार की सुबह से इनकम टैक्स की टीम समीर महासेठ के पटना में बोरिंग रोड आवास पर छापेमारी हो रही है. छापेमारी में इनकम टैक्स की पटना टीम को शामिल नहीं किया गया है. ये छापेमारी झारखंड से आयी टीम द्वारा की जा रही है. जमशेदपुर नंबर की पांच गाड़ियों से इनकम टैक्स के अधिकारी उद्योग मंत्री के आवास पर पहुंचे, माना जा रहा है कि इसमें दो दर्जन अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. छापेमारी में क्या मिला, अभी तक इसका डिटेल सामने नहीं आया है, लेकिन इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गयी. समीर महासेठ की बात करें, तो वो दूसरी बार मधुबनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. महागठबंधन सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं और इन्हें उद्योग विभाग का जिम्मा दिया गया है. समीर महासेठ वैश्य समाज से आते हैं और इनका कारोबार पटना में है. समीर महासेठ का राजनीति से भी संबंध रहा है. इनके पिता भी विधायक और मंत्री रह चुके हैं. 

पहले भी हुई थी रेड
जिस दिन बिहार में महागठबंधन की सरकार बन रही थी. उस दिन लालू प्रसाद के डेढ़ दर्जन से ज्यादा करीबियों के यहां सीबीआई की छापेमारी हुई थी, जिसमें लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले एमएलसी सुनील कुमार सिंह भी शामिल थे, जो बिस्कोमॉन के एमडी हैं. उस समय लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते दी गई नौकरियों को लेकर छापेमारी हुई थी, क्योंकि नौकरी की एवज में जमीन लिखाने का आरोप लालू प्रसाद पर है. इसी को लेकर सीबीआई जांच कर रही है. मामले में लालू प्रसाद के करीबी भोला यादव को गिरफ्तार भी किया गया था, जो जमानत पर हैं. 

मांगे जा रहे कागजात 
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से केंद्रीय एजेंसियों की जांच तेज है. रेलवे में नौकरी के नाम पर जमीन लेने की जांच कर रही सीबीआई ने हाल के महीनों में दो बार छापेमारी की है. पहले राबड़ी आवास पर छापा मारा गया था, उसके बाद लालू परिवार के करीबियों के यहां रेड हुई थी. अब लालू प्रसाद के करीबियों से कागजात तलब किये जा रहे हैं. पूर्व विधायक अबू दोजाना को सीबीआई ने नोटिस जारी किया है, जिसमें उनसे लालू प्रसाद और उनके परिजनों की जमीन से संबंधित कागजात तलब किये गये हैं. चार नवंबर को अबू दोजाना को सीबीआई को कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया था, लेकिन नोटिस चार नवंबर को मिली, जिसकी वजह से अबू दोजाना ने सीबीआई को पत्र लिखा है और कागजात जमा करने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है. 
 
परेशान करने का आरोप लगाया
बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने उद्योग मंत्री के आवास पर छापेमारी का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि ये परेशान करने वाली कार्रवाई है. भाजपा की ओर से विरोधियों को तंग करने का काम किया जा रहा है. उनकी ओर से सिर्फ जुमलेबाजी की जाती है. देश के आर्थिक हालात कितने खराब हैं, ये किसी से छुपा नहीं है. इस छापेमारी से ऐसा लगता है कि विरोधी सब बेइमान हैं, भाजपा में ही केवल ईमानदार हैं. लोकतंत्र में भाजपा तानाशाही का रवैया अपना रही है.

इनपुट- रुपेंद्र श्रीवास्तव

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