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नेपाल में भारी बारिश, बिहार के लिए बना कहर, कई नदियां उफान पर

  नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश का असर बिहार की कई नदियों में देखा जा रहा है, इन नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.

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(फाइल फोटो)
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Aug 01, 2022, 10:39 PM IST

पटना :  नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश का असर बिहार की कई नदियों में देखा जा रहा है, इन नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. राज्य में सोमवार को कोसी, बागमती और कमला बलान का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया, जबकि बिहार इस वर्ष अब तक मॉनसून की अनियमितता और अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति से जूझ रहा था. 

तटबंधों की सुरक्षा के लिए विभाग की टीमों को किया गया अलर्ट
नदियों के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने मुख्यालय से लेकर फील्ड तक के सभी अधिकारियों एवं अभियंताओं को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये हैं. सभी तटबंधों की सुरक्षा के लिए विभाग की टीमों द्वारा रात्रि गश्ती की जा रही है.  

इस वर्ष मॉनसून सीजन में सामान्य से 39 प्रतिशत कम हुई है बारिश
उल्लेखनीय है कि बिहार में एक जून से 31 जुलाई तक कुल 306.9 एमएम बारिश हुई है. जबकि मॉनसून सामान्य रहने पर 503.8 एमएम बारिश होनी चाहिए थी. इस तरह राज्य में इस वर्ष मॉनसून सीजन में सामान्य से 39 प्रतिशत कम बारिश हुई है. इसके मद्देनजर विभाग के अधिकारी एवं अभियंता सभी नहरों में अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के लिए तत्परता से कार्य कर रहे हैं. 

बराजों में भी भर रहा तेजी से पानी, बढ़ रहा जलस्तर 
इस बीच पिछले दो दिनों से नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बिहार में स्थित प्रमुख बराजों पर पानी का दबाव लगातार बढ़ रहा है. वाल्मीकि नगर बराज पर सोमवार शाम 4 बजे 2 लाख 64 हजार क्यूसेक जलस्राव दर्ज किया गया और इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है. गंडक बराज पर इस वर्ष अधिकतम जलस्राव 29 जून को शाम 6 बजे कुल 2 लाख 67 हजार क्यूसेक दर्ज हुआ था. बढ़े जलस्राव के कारण गंडक नदी का जलस्तर कुछ स्थानों पर बढ़ रहा है. इसके मद्देनजर विभाग की टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

इसी तरह बीरपुर (सुपौल) स्थित कोसी बराज पर रविवार रात 8 बजे 1 लाख 70 हजार 750 क्यूसेक, जबकि सोमवार सुबह 8 बजे 1 लाख 81 हजार 115 क्यूसेक जलस्राव दर्ज हुआ. कोसी बराज से इस साल अधिकतम जलस्राव गत 17 जून को सुबह 10 बजे 1 लाख 92 हजार क्यूसेक दर्ज हुआ था. कोसी नदी का जलस्तर सोमवार को बसुआ और बालतारा में खतरे के निशान से ऊपर दर्ज हुआ. बसुआ में जलस्तर 48.69 मीटर (डेंजर लेवल 47.75 मीटर) और बालतारा में जलस्तर 33.97 मीटर (डेंजर लेवल 33.85 मीटर) दर्ज किया गया.

कमला बलान और बागमती नदी भी उफान पर 
नेपाल में भारी बारिश के कारण कमला बलान और बागमती नदी के जलस्तर में भी वृद्धि देखी जा रही है. कमला बलान का जलस्तर सोमवार सुबह जयनगर और झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया. जयनगर में जलस्तर 67.94 मीटर (डेंजर लेवल 67.75 मीटर), जबकि झंझारपुर में 51.05 मीटर (डेंजर लेवल 50.00 मीटर) दर्ज किया गया. इसी तरह बागमती का जलस्तर सोमवार सुबह बेनीबाद में 48.69 मीटर (डेंजर लेवल 48.68 मीटर), जबकि सोनाखान में 68.98 मीटर (डेंजर लेवल 68.80 मीटर) दर्ज किया गया.  

जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं अभियंता सभी तटबंधों की सुरक्षा के लिए अलर्ट हैं. रात्रि गश्ती और किसी भी खतरे की स्थिति में त्वरित कार्रवाई में मदद करने के लिए हर किलोमीटर पर एक स्थानीय प्रहरी की तैनाती की गई है. साथ ही संवेदनशील स्थलों पर बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्रियों का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया गया है. मुख्यालय स्तर पर वरीय अधिकारियों द्वारा पल-पल का अपडेट लिया जा रहा है. जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा भी फोन कॉल और व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिये अहले सुबह से लेकर देर रात तक अपडेट प्राप्त कर रहे हैं और जरूरी निर्देश दे रहे हैं.

24 घंटे कार्यरत कॉल सेंटर के जरिये बाढ़ से सुरक्षा में जनसहभागिता को बढ़ावा दे रहा विभाग
बिहार में बाढ़ से सुरक्षा के लिए कुल करीब 3800 किलोमीटर लंबा तटबंध है. सभी तटबंधों की बाढ़ से सुरक्षा सुनिश्चित करने और जनसहभागिता को बढ़ावा देते हुए किसी भी तरह के खतरे की स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए जल संसाधन विभाग का कॉल सेंटर 24 घंटे सातों दिन कार्य कर रहा है. विभाग की ओर से सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से लगातार अनुरोध किया जा रहा है कि यदि किसी व्यक्ति को अपने इलाके के तटबंध में कटाव, रिसाव, दरार या पाइपिंग दिखे, या तटबंध की सुरक्षा को किसी अन्य प्रकार का खतरा प्रतीत हो, तो वह विभाग के टॉल फ्री नंबर 18003456145 पर कॉल करके सूचना या ट्विटर पर हैशटैग हेलो डब्ल्यूआरडी के साथ ट्वीट कर सूचना दे सकता है. विभाग द्वारा ऐसी सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है. 

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