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अमित शाह के बिहार दौरे के बाद लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर लालू यादव ने दिया बड़ा बयान

Bihar politics: दिल्ली में लालू प्रसाद यादव का रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलना तय है. उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी होंगे. 

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अमित शाह को दौरे के बाद लालू यादव ने मीडिया से बात की.
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Sep 24, 2022, 06:51 PM IST

पटना: राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार से भाजपा का सफाया हो जाएगा. पटना हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए, लालू प्रसाद ने कहा- हम 2024 में भाजपा का सफाया कर देंगे. 

अमित शाह रिटायर हो चुके
साथ ही, लालू यादव ने कहा कि अमित शाह रिटायर हो चुके है. जिसके जवाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पलटवार करते हुए शंकर प्रसाद ने कहा कि लालू यादव के मुंह से यह बात ठीक नहीं लगती कि अमित शाह रिटायर होने जा रहे हैं अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा ने कई आयाम गढ़े हैं और लालू खुद की स्थिति देखें. 

गौरलतब है कि इलाज के बाद दिल्ली से लालू प्रसाद यादव पिछले महीने पटना लौटे थे. आज वो फिर पटना से दिल्ली के लिए रवाना हुए. उनका सोमवार को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर जाने का कार्यक्रम है.

सोनिया गांधी से मिलना तय
दिल्ली में लालू प्रसाद यादव का रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलना तय है. उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी होंगे. दोनों नेता 2024 में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए की जा रही पहलों के बारे में कांग्रेस प्रमुख को जानकारी देंगे. रविवार को शाम छह बजे सोनिया गांधी से उनके आवास पर मिलने का कार्यक्रम है.

नीतीश कुमार के खिलाफ शंखनाद
बता दें कि अमित शाह नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के बाद पहली बार बिहार आए थे. नीतीश कुमार के खिलाफ शंखनाद करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के उस सीमांचल इलाके को चुना जो अल्पसंख्यक बहुल होने के कारण महागठबंधन का मजबूत इलाका माना जाता है. बिहार में अमित शाह के इस दौरे को 'मिशन 2024' की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है. 

35 प्लस लोकसभा सीटों का लक्ष्य
बीजेपी ने मिशन 2024 के लिए बिहार में 35 प्लस लोकसभा सीटों का लक्ष्य तय किया है. वहीं, इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीजेपी के आलाकमान ने सबसे पहले सीमांचल को टारगेट किया है. बीजेपी यहां ध्रुवीकरण को अपना हथियार बना सकती है. ध्रुवीकरण की ये नीति सीमांचल में अहम है, क्योंकि यहां ज्यादातर सीटों पर मुसलमानों की आबादी अधिक है. इस बार भाजपा अकेले दम पर सीमांचल के मुस्लिम बहुल किशनगंज के अलावा पूर्णिया, कटिहार और अररिया में भी अपनी ताकत साबित करना चाहती है. अब देखना ये है बिहार की जनता अपने दिग्गज नेताओं का साथ देती है या बीजेपी का दामन थामती है. 

(आईएएनएस)

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