Kanishka Narayan: मुजफ्फरपुर के कनिष्क नारायण ने ब्रिटेन के आम चुनाव में जीत हासिल की है और वहां के सांसद बने हैं. कनिष्क का परिवार बिहार के वैशाली जिले के गोरौल गांव से है, लेकिन उनका जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ था. उनके पिता संतोष कुमार और माता चेतना सिन्हा वर्तमान में यूके के वेल्स में रहते हैं. जब कनिष्क 12 साल के थे, तो उनका परिवार इंग्लैंड के वेल्स में शिफ्ट हो गया था.
सिविल सर्विस की नौकरी से इस्तीफा देकर कनिष्क बने सांसद
कनिष्क की शुरुआती पढ़ाई मुजफ्फरपुर के प्रभात तारा स्कूल में हुई थी. चार साल की उम्र में उनके माता-पिता उन्हें लेकर दिल्ली आ गए थे, जहां उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी. 12 साल की उम्र तक कनिष्क दिल्ली में रहे और फिर उनके माता-पिता उन्हें इंग्लैंड लेकर चले गए. वहां से उन्होंने ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की. ब्रिटेन में कनिष्क ने सिविल सर्विस में नौकरी की, लेकिन राजनीति में आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर उन्होंने जीत हासिल की. उनकी इस सफलता से मुजफ्फरपुर में खुशी का माहौल है. उनके पैतृक आवास पर रिश्तेदार जश्न मना रहे हैं. उनके चाचा जयंत कुमार जो एसकेजे लॉ कॉलेज के निदेशक हैं. उन्होंने बताया कि दो महीने पहले दिल्ली में फैमिली फंक्शन के दौरान कनिष्क से मुलाकात हुई थी.
फिल्म 'रॉकस्टार' में काम कर चुकी है कनिष्क की बहन
कनिष्क के दादा स्वर्गीय कृष्ण कुमार एसकेजे लॉ कॉलेज के फाउंडर मेंबर थे. कनिष्क की चचेरी बहन श्रेया नारायण भी एक अभिनेत्री हैं और उन्होंने 'रॉकस्टार' फिल्म में काम किया है. कनिष्क की जीत के बाद उनके परिवार को गर्व महसूस हो रहा है और सभी चाहते हैं कि कनिष्क एक बार फिर मुजफ्फरपुर आएं और यहां के लोगों से मिलें.
सात समंदर पार कनिष्क ने मुजफ्फरपुर का रोशन किया नाम
कनिष्क नारायण की सफलता ने सात समंदर पार मुजफ्फरपुर का नाम रोशन किया है. उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य उनके इस महत्वपूर्ण सफर का हिस्सा बनने पर गर्व महसूस कर रहे हैं. अब देखना यह है कि कनिष्क अपने संसदीय कार्यकाल में कैसे योगदान देते हैं और ब्रिटेन और भारत के बीच संबंधों को मजबूत बनाने में क्या भूमिका निभाते हैं.
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