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Bihar News: शिक्षा विभाग की लापरवाही से हुआ एक और गबन, सायबर कैफे के साथ हेडमास्टर भी पुलिस रडार पर

Bihar News: सरकार के द्वारा बेटियों के पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए कई प्रयास और योजनाओं का कार्यान्वयन हो रहा है. अलग से कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई है. लेकिन, मोतिहारी का शिक्षा महकमा बेटियों के भविष्य को अंधकार में ढकेलने पर आमदा है.

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फाइल फोटो
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Dec 09, 2023, 05:11 PM IST

मोतिहारी: Bihar News: सरकार के द्वारा बेटियों के पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए कई प्रयास और योजनाओं का कार्यान्वयन हो रहा है. अलग से कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई है. लेकिन, मोतिहारी का शिक्षा महकमा बेटियों के भविष्य को अंधकार में ढकेलने पर आमदा है. कस्तूरबा विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से करीब 15 सौ छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है. स्कूल की लापरवाही से ये सभी छात्रा आगमी सालों में होने वाले मैट्रिक, इंटर का परीक्षा नहीं दे पाएंगी. दूसरी तरफ जिले में बैठे शिक्षा पदाधिकारी प्रधानाध्यापक की लापरवाही के कारण फॉर्म भरने का डेट खत्म हो जाने के बाद आज शो कॉज जारी करने की बात कर रहे हैं.

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मामला कस्तूरबा उच्चतर माध्यमिक रक्सौल का है. जहां स्कूल के हेडमास्टर एवं साइबर कैफे की लापरवाही से 743 मैट्रिक, 210 इंटर के छात्राओं का फॉर्म नहीं भरा गया. वहीं 643 नौंवी की छात्राओं का पंजीकरण नहीं हो पाया है. इसमें करीब 11 लाख 15 हजार 558 रुपए की गड़बड़ी की गई है. स्कूल प्रबन्धन के द्वारा स्कूल के बगल में मनोकामना साइबर कैफे को फॉर्म भरने एवं पंजीकरण के लिए नगद पैसे दिए गए. लेकिन, साइबर कैफे वाले ने फॉर्म भरने एवं पंजीकरण के बदले पैसे को खर्च कर दिया. 

दूसरी तरफ कस्तूरबा स्कूल के हेडमास्टर कान में तेल डालकर सोए रहे. छात्राओं का फॉर्म जमा एवं पंजीकरण हुआ की नहीं यह पता लगाना मुनासिब नहीं समझा.  साइबर कैफे के द्वरा फॉर्म का पैसा ग़बन कर लेने की जानकारी सिंतबर से चल रही थी पर प्रधानाध्यापक कान में तेल डालकर सोए रहे और जब फाइन के साथ फॉर्म भरने का डेट भी बीत गई तब जाकर रक्सौल थाना में साइबर कैफे पर एक एफआईआर कर दिया. 

सूत्रों की माने तो साइबर कैफे वालों ने सट्टेबाजी में पैसे को खर्च कर दिया. फॉर्म भरने का अंतिम समय 11 नवम्बर था. लेकिन, इस बीच फॉर्म नहीं भरा गया और हेडमास्टर के द्वारा साइबर कैफे वाले से मैनेजमेंट और वसूली की प्रकिया चलती रही. उसके 1 महीने के बाद स्कूल हेडमास्टर के द्वारा 7 दिसम्बर को आनन-फानन में रक्सौल थाना में साइबर संचालक के पिता, पुत्र सहित तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें पिता और दो पुत्र शामिल हैं. साइबर कैफे का कंप्यूटर जब्ती के साथ ही पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी कन्तेश मिश्रा ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने वाले प्रधानाध्यापक के भूमिका की भी जांच की जाएगी. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है 1500 छत्राओं के भविष्य का क्या होगा? इसकी जवाबदेही बिहार विधालय परीक्षा समिति प्रबन्धन की है या स्कूल के हेडमास्टर या फिर जिला शिक्षा पदाधिकारी? दोषियों पर शिक्षा विभाग कब कार्रवाई करेगा?
Pankaj Kumar

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