बगहाः Mahashivratri 2023: बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के बगहा के रामनगर में नीलकंठ नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. दरअसल, सेन वंशी राजा द्वारा 1879 में बने इस शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है.
जानें किस वजह से पड़ा नीलकंठ नर्मदेश्वर मंदिर नाम
बताया जाता है कि सेन वंशी राजा प्रहलाद सेन के पत्नी विंध्यवासिनी ने स्वप्न में भगवान शिव का दर्शन किया था. जिसके बाद इस मंदिर की स्थापना की गई थी. लिहाजा इस मंदिर का आध्यात्मिक और पौराणिक मान्यताओं में महत्व इसलिए भी ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि इस मंदिर के गर्भ में नर्मदा नदी से लाया हुआ शिवलिंग स्थापित किया गया है. यही वजह है कि इस मंदिर का नाम नीलकंठ नर्मदेश्वर मंदिर पड़ा.
मेले में उमड़ती है भक्तों की भारी भीड़
रामनगर इंस्पेक्टर अनंत राम ने बताया कि मेले में नेपाल, यूपी और बिहार के दूर दराज के इलाके से हजारों लोग पूजा अर्चना करने आते हैं और भक्तों की भारी भीड़ लगती है. यही वजह है कि पुलिस प्रशासन द्वारा बेहतर व्यवस्था को लेकर तैयारियां जोर शोर से की जा रही हैं जो आज देर शाम पूरी कर ली जाएंगी और शनिवार को महाशिवरात्रि पर्व पर भव्य मेले के साथ पूजा अर्चना और जलाभिषेक किया जायेगा.
बनाया जाएगा महाशिवरात्रि पर्व को यादगार
बता दें कि महाशिवरात्रि पर्व पर पूजा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जरूरत पड़ी तो पुलिस लाइन से भी अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाएगा. जिसको लेकर रामनगर थानाध्यक्ष मॉनिटरिंग कर रहे हैं. हीरे जवाहरात को लेकर प्रसिद्ध रामनगर राजघराने की ओर से भी इसकी देखरेख और साज सज्जा की जाती रही है. वहीं दूसरी ओर सामाजिक संगठनों और धर्मावलंबियों का जत्था इस ऐतिहासिक मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व को यादगार बनाने में जुटा हुआ है.
इनपुट- इमरान अजीज
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