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NEET Paper Leak: ई-रिक्शा के जरिए कूरियर ऑफिस से बैंक पहुंचाया गया था पेपर, नियम का नहीं किया गया पालन, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

NEET Paper Leak: हजारीबाग के जिस बैंक में प्रश्न पत्र रखा गया था. वहां भी नियम का पालन नहीं किया गया. महज एक छोटे से पुर्जे में रिसीविंग दिखाया गया है. बैंक में भी EOU टीम जांच करने के लिए पहुंची थी. जहां उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से विस्तृत जानकारी ली है. वहां भी टीम को भारी लापरवाही बरतने के संकेत मिले हैं.

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हजारीबाग नीट परीक्षा में भारी लापरवाही बरती गई
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Shailendra |Updated: Jun 24, 2024, 07:13 PM IST

NEET Paper Leak: हजारीबाग नीट परीक्षा में भारी लापरवाही बरती गई है. इस बात का खुलासा हजारीबाग NTA के सिटी कोऑर्डिनेटर ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर एहसान उल हक ने किया है. उन्होंने बताया कि उनके स्कूल के ऊपर आरोप लगाया जा रहा है कि प्रश्न पत्र लिक मामले में संलिप्तता है. यह सरासर गलत है. स्कूल ने सारे नियम का पालन किया है. 5 मई, 2024 को सुबह 7:30 बजे प्रश्न पत्र का बक्सा बैंक से लाया गया. नियम अनुसार, परीक्षा ली गई है. प्रश्न पत्र लीक स्कूल से नहीं हुई है.

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दोनों प्रश्न पत्र लीक मामले में EOU की टीम हजारीबाग आई थी. उन्होंने स्कूल और कई जगह का जो संदिग्ध है. वहां जांच किया है. जांच के दौरान यह पाया गया कि जिस प्रश्न पत्र लीक की बात कही जा रही है, उसके प्लास्टिक के पैकेट से छेड़छाड़ की गई है. बड़े ही बारीकी से एनवेलप के पिछले हिस्से को काटा गया है. प्रश्न पत्र निकालने की आशंका जताई जा रही है. 

उन्होंने यह भी बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि प्रश्न पत्र 3 में 2024 को ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस की तरफ से एसबीआई बैंक हजारीबाग पहुंचा था. प्रश्न पत्र लाने के लिए नेटवर्क के किसी गाड़ी का उपयोग किया गया था. टोटो ई-रिक्शा के जरिए ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस ने हजारीबाग के बैंक को प्रश्न पत्र पहुंच आया था. जिस गाड़ी से प्रश्न पत्र लाया गया वहां भी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया. महज एक ड्राइवर के भरोसे संवेदनशील प्रश्न पत्र को हजारीबाग भेज दिया गया. ऐसे में ट्रांसपोर्ट एजेंसी सबसे पहले संदिग्ध बताया जा रहा है.

हजारीबाग के जिस बैंक में प्रश्न पत्र रखा गया था. वहां भी नियम का पालन नहीं किया गया. महज एक छोटे से पुर्जे में रिसीविंग दिखाया गया है. बैंक में भी EOU टीम जांच करने के लिए पहुंची थी. जहां उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से विस्तृत जानकारी ली है. वहां भी टीम को भारी लापरवाही बरतने के संकेत मिले हैं.

प्रश्न पत्र 7 सुरक्षा लेयर में रखे जाते हैं. जो एक आईरन बॉक्स में रखा जाता है. आईरन बॉक्स पूरे देश भर में ऑटोमेटिक 5 मई को दोपहर के 1:15 बजे खुलने था, लेकिन पूरे देश भर में नहीं खुला. दूसरे लॉक कटर से खोलना होता है. डिजिटल लॉक नहीं खुलने पर इस कटर से पूरे देश भर में आयरन बॉक्स काटा गया.

एनटीए (NTA) के सिटी कोऑर्डिनेटर ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉक्टर एहसान उल हक क्या कहना है कि प्रश्न पत्र लाने में जी ट्रांसपोर्टेशन का उपयोग किया गया है. वह संदेह के घेरे में है. उनका यह भी कहना है कि प्रश्न पत्र के साथ छेड़छाड़ किया गया है. यह जांच का विषय है कि आखिर कैसे छेड़छाड़ किया गया. साथ ही उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की है नियम को किस तरह से ताक पर रखकर प्रश्न पत्र रांची से हजारीबाग लाया गया.

उन्होंने यह भी कहा कि एक ई-रिक्शा के जरिए प्रश्न पत्र 2 किलोमीटर दर बैंक पहुंचाया जाता है. कूरियर एजेंसी की जिम्मेवारी थी कि उसे ट्रक के जरिए ही बैंक पहुंचाया जाए. जो वीडियो हाथ लगे हैं उसमें यह भी दिख रहा है कि प्रश्न पत्र कूरियर सर्विस सेंटर के गेट पर पड़ा हुआ था यह भी लापरवाही है.

रिपोर्ट: यादवेंद्र सिंह

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