दुमका: दुमका में भीषण गर्मी के कारण दुमका शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की समस्या को लेकर काफी कठिनाइओं का सामना करना पड़ रहा है. पानी की समस्य को लेकर दुमका प्रखंड के कठिजोरिया गांव की महिलाएं सड़क पर बाल्टी और बर्तन लेकर उतर आई और दुमका रामपुरहाट मुख्य मार्ग एनएच 114 A को जाम कर दिया. दरअसल कठिजोरिया गांव में मात्र एक चापाकल है. 500 की आबादी वाले कठिजोरिया के ऊपरी टोला में एक मात्र चापाकल के खराब होने के कारण पानी के लिए गांव वालों को तरसना पड़ रहा है. सोलर पंप तो गांव में लगा है लेकिन आज तक शुरू नहीं हो सका है. जिससे परेशान होकर चिलचिलाती भीषण गर्मी के बीच आदिवासी महिलाओं ने सड़क को जाम कर दिया है.
ग्रामीण महिलाओं की मांग है कि जिला प्रशासन की उदासीन रवैया के कारण पानी की समस्या हो रही है गांव में पानी नहीं रहने से बहुत दूर से पानी लाना पड़ता है. गांव में दो टोला है. जिसमें एक ऊपरी टोला में मात्र 1 चापाकल है वह भी खराब हो गया है. जिससे पानी की समस्या उत्पन्न होने से ग्रामीण पानी के अभाव में जीने को मजबूर हैं. पानी की समस्या दूर हो इसको लेकर वे सड़क जाम करने को मजबूर है. जब तक पानी की समस्या सुलझाया नहीं जाएगा तबतक सड़क जाम रहेगा. सड़क जाम रहने के कारण लगभग सैकड़ों ट्रक और वाहन जाम में फस गए.
सड़क जाम की खबर के बाद दुमका प्रखण्ड बिकास पदाधिकारी और मुफ्फसिल थाना प्रभारी ग्रामीणों को समझाने के लिए पहुंचे और खराब चापाकल को ठीक कराया गया. वहीं सोलर पम्प को दूसरे जगह शिफ्ट करने की बात कही गई. साथ ही प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के कारण कोई नया काम नहीं कराया जा सकता है लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद गांव में मांग के अनुसार नये चापानल स्थापित करने की पहल की जाएगी. जिससे गांव में पानी की समस्या न हो. इसके साथ ही जहां भी पानी की समस्या की सूचना आती है वहां जिला प्रशासन के द्वारा वाटर गैंग बनाया गया है जो तुरंत गांव पहुंचकर चापाकल को ठीक करेगा ताकि गांवों में पानी की समस्या न हो.
इनपुट- सुबीर चटर्जी