trendingPhotos2146433/india/bihar-jharkhand/bihar
PHOTOS

Mahashivratri 2024: बाबा बैद्यनाथ धाम में भोलेनाथ जी की गाजे-बाजे के साथ निकली बारात

Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के अवसर पर बैद्यनाथ मंदिर में भोलेनाथ की धूमधाम से भरी बारात निकाली गई. इस बारात में सभी देवी-देवता, भूत-पिशाच, गंधर्व, किन्नर, दानव, दैत्य सहित श्रद्धालु बाबा के साथ मिले. बाबा की नगरी एक बार फिर से बैकुंठ के समान बन गई है.

Advertisement
1/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

महादेव की नगरी में आज शिवरात्रि धूमधाम के साथ मनाई गई. पूरा दिन श्रद्धालुओं के लिए उत्साह से भरा रहा. सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ गई है, जो देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना के लिए एकत्र हो रही हैं.

 

2/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर बाबा को जल अर्पण कर रहे हैं. साथ ही पूरे मंदिर परिसर में बोल बम, ओम नमः शिवाय और जय शिव के नारों से गूंज रहा है.

 

3/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

शिवरात्रि के दिन बैद्यनाथ मंदिर में कई परंपराएं मनाई जाती हैं. इसमें सिंदूरदान और गठबंधन जैसी परंपराएं शामिल हैं. मंदिर के पुरोहित बताते हैं कि शिवरात्रि बहुत ही विशेष दिन है, क्योंकि आज माता पार्वती और भोलेनाथ का विवाह उत्सव होता है.

 

4/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

महाशिवरात्रि के अवसर पर बैद्यनाथ मंदिर में भोलेनाथ की धूमधाम से भरी बारात निकाली गई. इस बारात में सभी देवी-देवता, भूत-पिशाच, गंधर्व, किन्नर, दानव, दैत्य सहित श्रद्धालु बाबा के साथ मिले. बाबा की नगरी एक बार फिर से बैकुंठ के समान बन गई है.

 

5/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

बाबा बैद्यनाथ धाम में मोर मुकुट चढ़ाने की भी परंपरा है और यहां शादी के सभी रस्म भी सम्पन्न की जाती हैं. बसंत पंचमी के दिन तिलक उत्सव मनाया जाता है और शिवरात्रि के दिन बाबा भोलेनाथ का विवाह होता है. श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबकर बाबा को जल अर्पण करते हैं.

 

6/6
Mahashivratri 2024
Mahashivratri 2024

शिवरात्रि के अवसर पर जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है. लगातार देवघर के डीसी, एसडीओ और एसडीपीओ देवघर के शिवरात्रि रूट को निरीक्षण कर रहे हैं. साथ ही मानसरोवर, क्यू कॉम्प्लेक्स, नेहरू पार्क, शिवगंगा फुटओवर ब्रिज और संस्कार भवन का भी निरीक्षण किया जा रहा है. इसके साथ श्रद्धालुओं के सुलभ जलार्पण को भी ध्यान में रखा जा रहा है.

 





Read More