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समस्तीपुरः पुलिस एनकाउंटर में मारे गए दो भाई के पिता ने शव लेने से किया इंकार, पैरालाइसिस से ग्रस्त होने का दिया हवाला

वाराणसी में दरोगा से पिस्टल लूट और उसको गोली मारने की घटना के बाद सक्रिय वाराणसी पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी हुई थी. इसी बीच सोमवार की सुबह अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई.

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(फाइल फोटो)
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Nov 22, 2022, 10:40 PM IST

समस्तीपुर: वाराणसी में दरोगा से पिस्टल लूट और उसको गोली मारने की घटना के बाद सक्रिय वाराणसी पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी हुई थी. इसी बीच सोमवार की सुबह अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गए और एक मौके से फरार हो गया. मारे गए दोनों बदमाशों की पहचान बिहार के समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर थाना क्षेत्र के आनंद गोलवा गांव के मनीष सिंह और रजनीश सिंह के रूप में हुई है. जबकि उसका बड़ा भाई ललन सिंह मौके से फरार हो गया. 

जेल से भागे थे तीनों आरोपी
मृतक की पहचान के बाद यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया. जिसके बाद उन्हें जानकारी मिली कि तीनों आरोपी हाल ही में पटना जेल से भागे थे और बिहार पुलिस को इनकी सरगर्मी से तलाश थी. बताते चलें कि छह मार्च, 2017 को बाढ़ के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघा टीला गांव के समीप पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूटने के मामले में तीनों भाई आरोपित थे. उस लूट कांड में बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजीत यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उस मामले में पटना के तत्कालीन एसपी मनु महाराज ने तीनों को मोहिउद्दीन नगर थाना क्षेत्र के आनंद गोलवा से गिरफ्तार किया था. 

तीनों बदमाश बाथरूम की दीवार तोड़कर हुए थे फरार
पुलिस दोनों भाई को पटना ले गई, वहीं तीसरे को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया था. उस मामले में तत्कालिक मोहिउद्दीनगर थानाध्यक्ष असगर इमाम को निलंबित भी किया गया था. एक साल बाद रजनीश की गिरफ्तारी सिवान से हुई थी. बैंक लूट मामले में गिरफ्तारी के पांच वर्ष बाद तीनों अपराधियों को बाढ़ उपकारा से न्यायालय में पेशी के लिए बाढ़ कोर्ट लाया गया था. जहां पेशी के पहले ही तीनों बदमाश हाजत से सटे बाथरूम की दीवार को तोड़कर फरार हो गए थे. तब से तीनों फरार चल रहे थे.  

बिहार से फरार होने के बाद तीनों भाई वाराणसी चले गए और वहां जाकर अपराध घटना को अंजाम देने लगे. तीनों भाइयों ने वाराणसी के लक्सा थाना में पदस्थापित दरोगा अजय यादव को गोली मार कर पिस्टल लूटने की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे. तभी से यूपी पुलिस को उसकी तलाश थी. सोमवार की सुबह तीनों बदमाशों की भेलखा गांव के पास रिंग रोड से गुजरने की जानकारी मिली, जिसके बाद क्राइम ब्रांच और बड़ागांव थाने की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी.

पुलिस कार्रवाई में दो बदमाश घायल 
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए. बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच के सिपाही शिव बाबू भी घायल हुए हैं. पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अस्पताल में दोनों बदमाशों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं घटनास्थल से भागे ललन की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. 

पुलिस ने परिजनों को दी घटना की जानकारी
बदमाशों की पहचान के बाद यूपी पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क साध परिजनों को घटना की जानकारी दी. घटना की खबर मिलने के बाद मृतक रजनीश और मनीष के घर कोहराम मचा हुआ है. पैरालाइसिस से ग्रस्त वृद्ध पिता अस्वस्थता का हवाला देकर बेटे के शव को लाने से इंकार कर रहे हैं.

इनपुट-संजीव नैपुरी

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