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तैरता अस्पताल बना दरभंगा का DMCH, हर जगह नजर आ रहा पानी ही पानी

उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल दरभंगा का डीएमसीएच तैरता अस्पताल बन गया है. यहां मरीजों का इलाज कैसे हो जब हर तरफ पानी ही पानी भरा है. हर विभाग में यहां तक की कॉलेज के आसपास बने छात्रावास में भी गंदगी से भरा पानी ही पानी अटका पड़ा है. पानी में ही डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं.

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(फाइल फोटो)
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Jul 06, 2023, 05:33 PM IST

दरभंगा: उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल दरभंगा का डीएमसीएच तैरता अस्पताल बन गया है. यहां मरीजों का इलाज कैसे हो जब हर तरफ पानी ही पानी भरा है. हर विभाग में यहां तक की कॉलेज के आसपास बने छात्रावास में भी गंदगी से भरा पानी ही पानी अटका पड़ा है. पानी में ही डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. डॉक्टर,नर्स,पारामेडिकल स्टाफ समेत सभी मरीज परेशान होकर इस समस्या से निजात के लिए विधायक एवं मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं. हालांकि यह इस अस्पताल में हर साल का हाल है. 

दरभंगा स्थित उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल डीएमसीएच इन दिनों तैरता हुआ अस्पताल बन चुका है. इस अस्पताल के परिसर में एवं अस्पताल के अंदर जहां भी आपकी नजर जाए पानी ही पानी नजर आ रहा है.  इमरजेंसी, मेडिसिन, ओपीडी,सड़क,अस्पलाल अधीक्षक कार्यालय,गायनिक वार्ड हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है. नाले का गंदा पानी वार्डों में भरा पड़ा है. इस गंदे पानी के बीच यहां इलाज कराने आ रहे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 

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डॉक्टर इसी गंदे पानी में मरीजो का इलाज भी कर रहे हैं लेकिन कई वार्डों में समस्या बड़ी है. कहीं-कहीं तो ढाई फीट पानी जमा हो चुका है और इस गंदे पानी से लोग गुजर कर अपना इलाज कराने के लिए जा रहे हैं. आलम तो यह बन चुका है कि बेड पर गंभीर मरीज पड़े हुए हैं, तो नीचे गंदा पानी बह रहा है. सिस्टम के आगे डीएमसीएच प्रशासन बेबस नजर आ रहा है और नगर निगम एवं संबंधित अधिकारी से गुहार लगा रहा है. अधिकारी भी मान रहे हैं कि जलजमाव से परेशानी हो रही है लेकिन समुचित इलाज का दावा भी कर रहे हैं. अब लोग सिस्टम को दोष दे रहे हैं और विधायक, मुख्यमंत्री से आग्रह कर रहे हैं कि इसका हल जल्द से जल्द निकाले. 

महेशपट्टी,भरवाड़ा से पाइप बदलवाने मरीज के साथ पहुंचे परिजन ने बताया किया कि हम पाइप बदलवाने के लिए आए थे लेकिन काम नहीं हुआ, तो वापस जा रहे हैं. डॉक्टर ने बताया अभी यहां की स्थिति खराब है. पानी भरा हुआ है, स्टाफ नहीं है. बहुत दिक्कत हो रही है पानी में काफी देर से खड़े हैं. 

यहां पहुंचे एक शख्स ने मौजूदा हालात पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा की यह डीएमसीएच नहीं,तैरता हुआ अस्पताल है.  यहां हर वार्ड में पानी भरा हुआ है. शिशु वार्ड हो या कोई और वार्ड, सभी जगह पानी भरा हुआ है. 

इस बाबत एक कर्मी ने बताया की यहां हर जगह पानी भरा हुआ है. इमरजेंसी,आउटडोर सहित हर जगह पानी भरा हुआ है लेकिन इलाज चल रहा है. इलाज में कोई दिक्कत नहीं है जो लोग आते हैं उनका इलाज हो रहा है. रिस्क में हम लोग काम कर रहे हैं. हर वर्ष अधिक बारिश होने पर यही हाल होता है. 

जलजमाव के बीच बाइक से फंसे एक शख्स ने बताया की वर्ष 2012-13 में जो बिहार की स्थिति थी वही आज भी है. यह सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां की ऐसी स्थिति है. जलजमाव के बीच मेरा बाइक चार बार बंद हुआ है. मैं विधायक ,मुख्यमंत्री से आग्रह करूंगा की अगर आप थोड़ा ध्यान देंगे तो यह मिथिला, पुराना मिथिला बन जाएगा. 

इस बाबत डीएमसीएच के प्रिंसिपल के एन मिश्रा ने बताया कि कुछ वार्ड में पानी भरा हुआ है. डॉक्टर को भी काम करने में दिक्कत हो रही है. ऊपर मरीज है नीचे पानी है. फिर भी डॉक्टर इलाज कर रहे हैं. दूसरी तरफ मिट्टी भरने के कारण यह स्थिति हुई है. पहले उस तरफ पानी चला जाता था,हम लोग पंप चला कर पीछे पानी भेज देते थे. मिट्टी भरने के कारण पानी का निकलने का स्पीड वह नहीं है.अगर पंप चलाकर पानी निकाल दिया जाय,तो निदान हो जायेगा. हमने नगर निगम एवं डीएम साहेब को स्थिति से अवगत करा दिया है. पंप चला कर पानी निकालने का काम चल रहा है. 

(REPORT-MUKESH KUMAR)

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