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Lalu Yadav: जानें विरोध के बावजूद लालू यादव कैसे बने बिहार के मुख्यमंत्री

Lalu Yadva: लालू यादव 1990 में मुख्यमंत्री बने उनका मुख्यमंत्री का काल हिंदुस्तान के किसी भी मुख्यमंत्री से बहुत बढ़िया था. उन्होंने हाशिए पर खड़े लोगों को फ्रंट पर लाकर बैठा दिया

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Lalu Yadav: जानें विरोध के बावजूद लालू यादव कैसे बने बिहार के मुख्यमंत्री
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Zee Bihar-Jharkhand Web Team|Updated: Jul 09, 2022, 09:37 AM IST

पटना: Lalu Yadva: बीते रविवार से राजद सुप्रीमो लालू यादव अस्पताल में भर्ती है. फिलहाल उनकी हालत थोड़ी सुधार हुई है. लेकिन अभी भी दिल्ली स्थित एम्स में डॉक्टरों की निगरानी में है. लालू के स्वास्थ को लेकर हर कोई चिंतित है. पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद ने भी उनके स्वास्थ को लेक चिंता व्यक्त की है. लालू यादव को लेकर पूर्व सांसद राजनीति प्रसाद ने कहा लालू यादव 90 के दौरान विधायक दल के नेता चुने गए और मुख्यमंत्री बने. छात्र जीवन से ही लालू यादव काफी लोकप्रिय थे. जब वो मुख्यमंत्री बने उस समय उनका विरोध भी हुआ. राजनीति में हर आदमी का विरोध होता है और लालू यादव का भी हुआ. विरोध इतना हुआ कि गवर्नर 3 दिनों तक लालू यादव ने लालू का शपथ ग्रहण नहीं कराया. उन्होंने कहा कि लालू यादव का काल सामाजिक न्याय का था. लालू यादव 1990 में मुख्यमंत्री बने उनका मुख्यमंत्री का काल हिंदुस्तान के किसी भी मुख्यमंत्री से बहुत बढ़िया था. उन्होंने हाशिए पर खड़े लोगों को फ्रंट पर लाकर बैठा दिया. रेल मंत्री रहने के दौरान उन्होंने गरीब रथ बनाया.  उन्होंने रेल की आमदनी को बढ़ाया. 

लालू यादव ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया
2015 में NDA को लालू यादव ने मात दिया. 2015 में आरजेडी के विधायकों की संख्या अधिक थी और नीतीश कुमार के विधायकों की संख्या कम थी. फिर भी लालू यादव ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया. नीतीश कुमार और लालू यादव जब भी मिल जाएंगे तो बीजेपी खत्म हो जाएगी नीतीश और लालू अभी भी मिल जाएंगे तो बिहार से बीजेपी खत्म हो जाएगा. लालू यादव एक मास लीडर है लालू यादव का भाषण काफी लोकप्रिय है. 

जल्द ठीक होने की कामना
वहीं लालू यादव के करीबी रहे पूर्व सांसद रंजन यादव ने कहा कि लालू यादव को जल्द ठीक होने की जरूरत है और हम सभी इसकी कामना करते हैं. भगवान से प्रार्थना है कि वो जल्द स्वस्थ हो जाएं. लालू यादव से मेरी मुलाकात1968 में हुई थी. उस समय वो छात्र यूनियन में सेक्रेटरी बने थे और मैं लालू यादव के कैबिनेट में कैबिनेट मेंबर था. लालू यादव एक छात्र लीडर के रूप में काफी लोकप्रिय थे. लालू यादव को आगे बढ़ाने में जब कर्पूरी ठाकुर का देहांत हो गया तो लालू यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए इसमें नीतीश कुमार का योगदान था. उस समय कुछ लोग नहीं चाहते थे कि लालू यादव नेता प्रतिपक्ष बने. लेकिन नीतीश कुमार चाहते थे कि लालू यादव नेता प्रतिपक्ष बने लालू यादव जब मुख्यमंत्री बनने वाले थे उस समय भी कई नेताओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. लेकिन उसमें भी नीतीश कुमार ने कहा कि लालू यादव मुख्यमंत्री बने.

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