Bihar Lok Sabha Election Second Phase: लोकसभा का महासंग्राम शुरू हो चुका है. पहले चरण में आज (शुक्रवार, 19 अप्रैल) को बिहार की 4 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. सुबह से ही कड़ी सुरक्षा के बीच जुमई, गया, औरंगाबाद और गया में वोटिंग जारी है. दोपहर 01 बजे तक 30.37 प्रतिशत मतदान हो चुका है. पहले चरण की वोटिंग के बीच दूसरे चरण का मैदान भी सजने लगा है. अब सभी दलों का पूरा फोकस दूसरे चरण पर शिफ्ट हो गया है. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को बिहार की 5 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, बांका और भागलपुर में महामुकाबला देखने को मिलेगा. वैसे तो बिहार में मुख्य मुकाबला NDA और महागठबंधन के बीच है, लेकिन कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
दूसरे चरण में किसके बीच होगा मुकाबला
लोकसभा सीट का नाम | बिहार NDA | महागठबंधन | मतदान | रिजल्ट |
किशनगंज | मास्टर मुजाहिद (JDU) | मोहम्मद जावेद (कांग्रेस) | 26 अप्रैल | 04 जून |
कटिहार | दुलालचंद गोस्वामी (JDU) | तारिक अनवर (कांग्रेस) | 26 अप्रैल | 04 जून |
पूर्णिया | संतोष कुशवाहा (JDU) | बीमा भारती (RJD) | 26 अप्रैल | 04 जून |
भागलपुर | अजय मंडल (JDU) | अजीत शर्मा (कांग्रेस) | 26 अप्रैल | 04 जून |
बांका | गिरधारी यादव (JDU) | जयप्रकाश नारायण यादव (RJD) | 26 अप्रैल | 04 जून |
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दूसरे फेज में त्रिकोणीय मुकाबले वाली सीटें
पूर्णिया- पूर्णिया को लेकर महागठबंधन में सहमति नहीं बन पाई और कांग्रेस नेता पप्पू यादव बागी हो गए. दरअसल, यहां से कांग्रेस के नए-नवेले नेता पप्पू यादव चुनाव लड़ना चाहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने सशर्त अपनी पार्टी को कांग्रेस में मर्ज किया था. पेंच तब फंस गया जब राजद अध्यक्ष लालू यादव ने इस सीट को अपने पास रख लिया और यहां से बीमा भारती को उतार दिया. पप्पू यादव आखिरी वक्त तक लालू यादव से सीट छोड़ने की गुहार लगाते रहे. जब बात नहीं बनी तो उन्होंने निर्दलीय मैदान में उतरकर महागठबंधन का गेम बिगाड़ दिया. पप्पू की उम्मीदवारी से अब राजद प्रत्याशी बीमा भारती फंस गई हैं. सियासी जानकारों का कहना है कि त्रिकोणीय मुकाबले में एनडीए उम्मीदवार जेडीयू के संतोष कुमार भारी पड़ सकते हैं.
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किशनगंज- यह सीट महागठबंधन में कांग्रेस के हिस्से में आई है. पार्टी ने यहां से अपने सिटिंग सांसद मोहम्मद जावेद पर फिर से भरोसा जताया है. वहीं एनडीए की खेमे से जेडीयू ने भी मुस्लिम नेता को मैदान में उतारा है. जेडीयू ने इस बार मुजाहिद आलम को टिकट दिया है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज सीट से अख्तरुल ईमान को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस की परेशानी में डाल दिया है. पिछले चुनाव की बात करें तो किशनगंज ही एकमात्र सीट थी जिसे महागठबंधन ने जीता था. कांग्रेस के डा. मोहम्मद जावेद ने यहां से जीत हासिल करके कांग्रेस पार्टी की इज्जत बचाने का काम किया था. मोहम्मद जावेद ने अपने प्रतिद्वंदी जेडीयू के सैयद मोहम्मद अशरफ को केवल 34,466 वोटों से हराया था.