trendingNow12310726
Hindi News >>देश
Advertisement

'राष्ट्रपति के भाषण में अल्पसंख्यकों पर एक शब्द नहीं, देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार', BJP पर बरसे ओवैसी

Owaisi Attack BJP: ओवैसी ने कहा, 'BJP अभी भी ये समझ रही है कि वो 2019 के नतीजों में है. इस पूरे राष्ट्रपति के भाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ. आखिर क्यों?...इतनी नफरत क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार नौजवान हैं, उनके बारे में सिर्फ बातें हो रही हैं.'

'राष्ट्रपति के भाषण में अल्पसंख्यकों पर एक शब्द नहीं, देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार', BJP पर बरसे ओवैसी
Stop
Rachit Kumar|Updated: Jun 27, 2024, 03:41 PM IST

Asaduddin Owaisi on Muslims: AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ. साथ ही ओवैसी ने देश के बेरोजगार नौजवानों की हालत पर  भी सवाल उठाया. 

ओवैसी ने कहा, 'BJP अभी भी ये समझ रही है कि वो 2019 के नतीजों में है. इस पूरे राष्ट्रपति के भाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ. आखिर क्यों?...इतनी नफरत क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार नौजवान हैं, उनके बारे में सिर्फ बातें हो रही हैं.'

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए देश में 50 साल पहले लगाए गए आपातकाल का जिक्र किया. जिस पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कहा है कि 50 साल पुरानी बात पर अब चर्चा होने से क्या फायदा है. वहीं, बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने आपातकाल पर चर्चा को जरूरी बताया.

25 जून को लागू हुआ था आपातकाल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'आज 27 जून है. 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल, संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था. तब पूरे देश में हाहाकार मच गया था. लेकिन, ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने विजय हासिल करके दिखाया क्योंकि भारत के मूल में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं. मेरी सरकार भी भारत के संविधान को सिर्फ राजकाज का माध्यम भर नहीं मानती, बल्कि हमारा संविधान जन-चेतना का हिस्सा हो, इसके लिए हम कोशिश कर रहे हैं. अब भारत के उस भूभाग, हमारे जम्मू-कश्मीर में भी संविधान पूरी तरह लागू हो गया है, जहां आर्टिकल-370 की वजह से स्थितियां कुछ और थीं.'

कांग्रेस सांसदों ने शुरू की नारेबाजी

राष्ट्रपति ने जब 1975 में लगाए गए आपातकाल का जिक्र करना शुरू किया तो कांग्रेस सांसदों ने संयुक्त बैठक में ही नारेबाजी शुरू कर दी. बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि कई मुद्दों को उठाना चाहिए, उस पर चर्चा होनी चाहिए. लेकिन, जहां तक आपातकाल की बात है, यह 50 साल पुरानी बात है, इस पर अब चर्चा करने या बोलने से क्या फायदा है. बल्कि, आज तो बेरोजगारी और लोगों की अन्य समस्याओं पर चर्चा की जरूरत है।

कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा कि आखिर इस पुराने मुद्दे को क्यों नहीं उठाना चाहिए. आपातकाल एक ऐसा धब्बा है, जो कभी मिट नहीं सकता है. कांग्रेस आज संविधान की बात करती है. उसी संविधान को आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने बिगाड़ा था और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.

Read More
{}{}