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Heart Issue: दिल की समस्याओं से क्यों मर रहे हैं अधिक युवा? हार्ट सर्जन ने बताई बड़ी वजह

Heart disease at young age: पिछले कुछ सालों में 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में अचानक दिल के दौरे ने हम सभी को हैरान कर दिया है. हार्ट सर्जन ने बताई बड़ी वजह.

Heart Issue: दिल की समस्याओं से क्यों मर रहे हैं अधिक युवा? हार्ट सर्जन ने बताई बड़ी वजह
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Shivendra Singh|Updated: Apr 18, 2023, 07:22 AM IST

Heart disease at young age: पिछले कुछ सालों में 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों में अचानक दिल के दौरे ने हम सभी को हैरान कर दिया है. इसके पीछे क्या यह हमारे शरीर के साथ कोविड खिलवाड़ का परिणाम है या इसके लिए कोई अन्य फैक्टर जिम्मेदार हैं? टीओआई की एक खबर के अनुसार, मुंबई स्थित एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और हार्ट सर्जन डॉ. रमाकांत पांडा ने बताया कि हमने एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति देखी है- अधिक से अधिक युवा वयस्क गंभीर दिल की बीमारी के साथ एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में हमारे पास आ रहे हैं. यह दो कारणों से संबंधित है. सबसे पहले, दिल की बीमारी वाले युवा मरीजों में हार्ट अटैक की कॉम्प्लिकेशन की दर अधिक होती है. दूसरे, यह एक वेक-अप कॉल है कि उम्र की परवाह किए बिना दिल की सेहत हर किसी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए.

डॉ. रमाकांत पांडा ने आगे बताया कि दिल की बीमारी किसी भी समय हमला कर सकता है, विशेष रूप से तनावपूर्ण लाइफस्टाइल के साथ और डायबिटीज, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी लाइफस्टाइल की बीमारियों का प्रसार. उन्होंने कहा कि एक अनहेल्दी लाइफस्टाइल का नेतृत्व करने के बजाय प्रारंभिक दिल की बीमारी के लिए निवारक उपाय करके अपने दिल की सेहत की देखभाल करना है. आइए कम उम्र से ही दिल की सेहत को प्राथमिकता दें, ताकि हम जटिलताओं से बच सकें और स्वस्थ जीवन जी सकें.

क्या आज के दौर में युवाओं को दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक है?
सिद्धार्थ शुक्ला, पुनीत राजकुमार, राज कौशल कुछ ऐसे नाम हैं जिनकी कम उम्र में हार्ट अटैक से मौत हो गई है. हालांकि, इन लोगों ने फिट और हेल्दी लाइफस्टाइल का नेतृत्व किया. यह आज के युवाओं और उनके दिल के बारे में क्या बताता है? डॉ. पांडा ने बताया कि कुछ दशक पहले की तुलना में, दिल की बीमारी कई भारतीयों विशेषकर युवाओं के लिए एक बढ़ती हुई चिंता है और इसके पीछे कई कारण हैं. व्यायाम की कमी, प्रोसेस्ड फूड, मिठाई, धूम्रपान, तम्बाकू, खराब लाइफस्टाइल सहित कम फाइबर और हाई कार्ब्स के साथ खराब डाइट ऑप्शन चुनना. इसके अलावा, देर रात तक जगना, कम नींद लेना और पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ जेनेटिक प्रवृत्ति शामिल हैं. इसके कारण कई युवाओं में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का पता नहीं चल पाया है और चुपचाप दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. यह एक गुप्त खतरा है जिस पर अक्सर बहुत देर होने तक किसी का ध्यान नहीं जाता है.

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