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फेफड़ों को बनाएं हेल्दी और मजबूत, शुरू कर दें सांस लेने वाली 5 आसान एक्सरसाइज

आज के समय में तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण इनका कमजोर होना एक आम समस्या बन गया है. लेकिन चिंता न करें, कुछ आसान सांस लेने के व्यायाम फेफड़ों को मजबूत बना सकते हैं.

फेफड़ों को बनाएं हेल्दी और मजबूत, शुरू कर दें सांस लेने वाली 5 आसान एक्सरसाइज
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Shivendra Singh|Updated: Feb 14, 2024, 08:20 PM IST

हम सांस के बिना कुछ पल भी जिंदा नहीं रह सकते, लेकिन क्या हम कभी इस बात पर गौर करते हैं कि हम सही से सांस ले रहे हैं या नहीं? अक्सर हमारी जिंदगी की भागदौड़ में ये भी छूट जाता है कि हमारे फेफड़े कमजोर हो रहे हैं, जो कई बीमारियों को जन्म दे सकता है.

आज के समय में तनाव और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण इनका कमजोर होना एक आम समस्या बन गया है. लेकिन चिंता न करें, कुछ आसान सांस लेने के व्यायाम आपके फेफड़ों को मजबूत बनाकर आपकी सेहत में सुधार ला सकते हैं. आइए, आज ऐसी ही कुछ शानदार एक्सरसाइज के बारे में जानते हैं.

गहरी सांस लेना (Deep Breathing)
यह सबसे सरल और प्रभावी व्यायाम है. सीधे बैठ जाएं, कंधे आराम से रखें और धीरे-धीरे नाक से गहरी सांस लें. पेट को फुलाएं और सांस को कुछ सेकेंड तक रोकें. फिर मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें और पेट को सिकोड़ें. इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं.

भृमरी (Bhramari)
इस व्यायाम में गुनगुनाहट का इस्तेमाल होता है. आराम से बैठ जाएं, आंखें बंद करें और नाक से गहरी सांस लें. सांस छोड़ते समय 'ओम' ध्वनि का उच्चारण करें. यह ध्वनि गले के पिछले हिस्से से आनी चाहिए और कंपन महसूस होना चाहिए. इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं.

अनुलोम-विलोम
इस प्राणायाम में एक-एक करके नाक के दोनों नथुनों से सांस ली और छोड़ी जाती है. मध्यमा उंगली से दाहिनी नाक बंद करें और बाईं नाक से गहरी सांस लें. फिर बाईं नाक बंद करें और दाहिने से सांस छोड़ें. दूसरी तरफ भी यही दोहराएं. इस व्यायाम का अभ्यास दिन में 5-10 बार करें.

पफिंग (Puffing)
इस व्यायाम में गालों को फुलाया जाता है. आराम से बैठें और मुंह बंद करके नाक से गहरी सांस लें. गालों को हवा से फुलाएं और कुछ सेकेंड तक रोकें. फिर धीरे-धीरे मुंह से हवा निकालें. इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएं.

सीढ़ी चढ़ना (Stair Climbing)
यह व्यायाम भी फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है. सीढ़ियां चढ़ते समय गहरी सांस लें और उतरते समय सांस छोड़ें. अगर आपके पास सीढ़ियां नहीं हैं, तो कुर्सी पर चढ़ने-उतरने की प्रैक्टिस करें. धीरे-धीरे शुरू करें और धीरे-धीरे गति बढ़ाएं.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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