Early sign of bone cancer: सारकोमा कैंसर का एक दुर्लभ ग्रुप है जो शरीर की हड्डियों या कोमल टिशू में शुरू होता है. जुलाई में सारकोमा जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है, जो प्रारंभिक चरण में स्थिति का पहचान करने और सफल उपचार की संभावनाओं को बढ़ाने के जागरूकता से संबंधित है. यह बीमारी दुनियाभर में दुर्लभ है और वयस्कों की तुलना में बच्चों और किशोरों में अधिक प्रचलित है. सारकोमा को देरी से पहचान, लक्षणों का पता नहीं चलना और बीमारी की प्रगति के कारण घातक माना जाता है. वैसे तो सारकोमा 50 से अधिक प्रकार के होते हैं, हालांकि, इसके दो मुख्य रूप होते हैं. पहला नरम टिशू सार्कोमा और ऑस्टियोसारकोमा (हड्डी का कैंसर). आइए हड्डी के कैंसर के बारे में विस्तार से समझते हैं.
हड्डी का कैंसर आमतौर पर हड्डियों और कार्टिलेज में मौजूद सेल्स को प्रभावित करता है. इन ट्यूमर्स में कैंसर की सेल्स नॉर्मल हड्डी सेल्स की शुरुआती रूप में दिखती हैं, जो सामान्य रूप से नई हड्डी सेल्स की उत्पत्ति में मदद करती हैं, लेकिन हड्डी कैंसर के मरीज की हड्डी सामान्य हड्डियों की तुलना में इतनी मजबूत नहीं होती है. आमतौर पर, हड्डी कैंसर लंबी हड्डियों से शुरू होता है (खासकर पैर की हड्डियों और कभी-कभी हाथ की हड्डियों से). हालांकि, कुछ मामलों में, हड्डी कैंसर किसी भी हड्डी से शुरू हो सकता है. कुछ दुर्लभ मामलों में, हड्डी कैंसर नरम टिशू से शुरू हो सकता है और फिर हड्डियों में फैल सकता है.
हड्डी के कैंसर के प्रारंभिक चेतावनी संकेत और लक्षण
गांठ
हड्डी के कैंस का एक सामान्य लक्षण या संकेत हाथ या पैर पर गांठ पड़ना है, जो कभी-कभी दर्दनाक होती है और बढ़ती रहती है.
हड्डी में दर्द और कोमलता
हड्डी के कैंसर के शुरुआती लक्षण दर्द और सूजन हैं जहां ट्यूमर स्थित है. दर्द पहले आता-जाता रह सकता है, जो बाद में अधिक गंभीर और स्थिर हो सकता है. कभी-कभी, हिलने-डुलने पर दर्द बढ़ सकता है और आस-पास के टिशू में सूजन हो सकती है. आस-पास के कोमल टिशू में सूजन हो सकती है.
जोड़ों में सूजन और अकड़न
यदि ट्यूमर जोड़ों या जोड़ों के पास होता है, तो जोड़ों में सूजन, कोमलता या कठोरता हो सकती है. अधिकांश मरीज इस लक्षण के साथ अपने डॉक्टर के पास तब जाते हैं जब सूजन बढ़ जाती है और आस-पास के क्षेत्रों तक बढ़ जाती है.
अचानक वजन कम और थकान
किसी भी शारीरिक गतिविधि/व्यायाम के बिना वजन कम होता और लगातार थकान महसूस होना. यदि ये लक्षण प्रबल हों, तो व्यक्ति को अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)