trendingNow11634030
Hindi News >>Health
Advertisement

Fatty Liver Symptoms: खराब लिवर को ठीक करने के लिए क्या खाना रहेगा सही? यहां जानिए इस बीमारी के संकेत

Symptoms Of Fatty Liver Disease: फैटी लिवर डिजीज ज्यादातर लोगों में अधिक शराब पीने, बढ़ा हुआ वजन, डायबिटीज और मोटापा के कारण होती है.  

Fatty Liver Symptoms: खराब लिवर को ठीक करने के लिए क्या खाना रहेगा सही? यहां जानिए इस बीमारी के संकेत
Stop
Nairitya Srivastava|Updated: Mar 31, 2023, 03:08 PM IST

Symptoms Of Fatty Liver Disease: फैटी लिवर डिजीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में अधिक मात्रा में वसा संचय होता है जो लिवर में इकट्ठा हो जाता है. इससे लिवर का आकार बढ़ जाता है और उसमें इन्फ्लेमेशन (दर्द और सूजन) होता है. यह बीमारी ज्यादातर लोगों में अधिक शराब पीने, बढ़ा हुआ वजन, डायबिटीज और मोटापा के कारण होती है. फैटी लिवर डिजीज के बचाव और इलाज करने के लिए, आपको स्वस्थ वजन पर रहना, नियमित व्यायाम करना, और स्वस्थ खान पान अपनाना चाहिए. आज हम जानेंगे कि इस बीमारी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. साथ ही ये भी पता करेंगे कि इसके चेतावनी संकेत क्या हैं?

फैटी लिवर डिजीज में क्या खाना चाहिए

1. हाई फाइबर फूड- अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, बीन्स और फलियां जैसी चीजों को शामिल करें. फाइबर पाचन में मदद करता है और लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.

2. लीन प्रोटीन फूड- मछली, त्वचा रहित चिकन, टर्की, टोफू और फलियां जैसे लीन प्रोटीन सोर्स चुनें.

3. हेल्दी फैट- अपनी डाइट में हेल्दी फैट से भरपूर फूड जैसे एवोकाडो, नट्स, बीज और जैतून का तेल शामिल करें.

4. कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट- रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के बजाय कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे कि शकरकंद, ब्राउन राइस, क्विनोआ और गेहूं से बनी ब्रेड चुनें.

5. कम फैट वाले डेयरी उत्पाद- कम फैट वाले डेयरी उत्पाद जैसे मलाई निकाला हुआ दूध, कम फैट वाला दही और पनीर चुनें.
फैटी लिवर डिजीज में क्या नहीं खाना चाहिए

6. सैचुरेटेड और ट्रांस फैट- लाल मांस, मक्खन, पनीर, तला हुआ भोजन और प्रोसेस्ड फूड जैसे सैचुरेटेड और ट्रांस फैट में हाई फूड का सेवन सीमित करें.

फैटी लिवर डिजीज के चेतावनी संकेत

- थकान
- भारीपन का अनुभव
- पेट में दर्द या सूजन
- असामान्य पेट या आंतों के संबंधित समस्याएं
- पेट में गैस या बदहजमी
- उल्टी या उल्टी की इच्छा
- चक्कर आना या भ्रम
- खून की कमी
- त्वचा में खुजली या सूखापन
- मसूड़ों के संबंधित समस्याएं, जैसे खून का बहना, सूजन या दर्द.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे.

Read More
{}{}