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अगस्त में गिर जाएगी मोदी सरकार.. लालू के दावे पर बीजेपी आखिर भड़क क्यों गई?

Lalu Prasad Yadav: किसी जमाने में लालू राजनीति के पोस्टर ब्वॉय रहे हैं. उन्होंने कई गठबंधन सरकारों को भी देखा है. किसी के साथ रहे तो किसी के सामने विपक्ष में रहे. संसद में जब वो बोलते थे तो पूरी संसद ठहाके लगाती थी. ऐसे में उन्होंने कुछ कहा है तो उस पर सबकी नजरें जाना लाजिमी है. 

अगस्त में गिर जाएगी मोदी सरकार.. लालू के दावे पर बीजेपी आखिर भड़क क्यों गई?
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Gaurav Prabhat Pandey|Updated: Jul 05, 2024, 07:40 PM IST

Narendra Modi NDA Govt: इस बार के लोकसभा चुनावों का जब बिगुल बजा तो राजनीतिक पंडितों की निगाहें पीएम मोदी और अमित शाह के दावे पर बनी हुई थी. वे बार-बार चार सौ पार का नारा दे रहे थे. लेकिन परिणाओं ने सब कुछ पलट दिया. हुआ यह कि मोदी ने तीसरी बार सरकार तो बना ली लेकिन इस बार वे खुद बहुमत पार नहीं कर सके. इसके लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की वैशाखी लेनी पड़ी है. इन सबके बीच विपक्ष लगातार हमलावर है और सरकार के बने रहने पर लगातार संशय जता रहा है. इसी बीच बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होंने का कि मोदी सरकार अगस्त में गिर जाएगी. इस पर बीजेपी हमलावर हो गई.

यह सरकार बैसाखियों के सहारे

असल में हुआ यह कि लालू की पार्टी आरजेडी के 28 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पटना में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसी स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में लालू प्रसाद यादव ने कह दिया कि अगस्त में केंद्र की एनडीए सरकार गिर जाएगी. यह सरकार बैसाखियों के सहारे बनी है, इसलिए यह ज्यादा दिनों तक चलने वाली नहीं है. उन्होंने यहां तक दावा किया कि कुछ महीने बाद बिहार में भी मध्यावधि चुनाव होंगे. इसके बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार का गठन होगा.

आखिर क्यों गिर जाएगी सरकार?

लालू ने तो बकायदा अपने कार्यकर्ताओं से अपील कर डाली और कहा कि वो आगामी चुनाव के लिए खुद को तैयार रखें. चुनाव कभी भी हो सकते हैं. केंद्र सरकार बहुत कमजोर है. उसकी नींव बहुत कमजोर है. इस सरकार का अपना कोई सिद्धांत नहीं है. सिद्धांत को ताक पर रखकर यह सरकार सत्ता में आई है. बहुत मुमकिन है कि अगस्त तक यह सरकार गिर जाएगी. उधर उनके बेटे तेजस्वी यादव ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और यही बात दोहराई है. 

लालू यादव के बयान के मायने

लालू प्रसाद यादव किसी जमाने में राजनीति के पोस्टर ब्वॉय रहे हैं. संसद में जब वो बोलते थे तो पूरी संसद ठहाके लगाती थी. उन्होंने कई गठबंधन सरकारों को भी देखा है. किसी के साथ रहे तो किसी के सामने विपक्ष में रहे. ऐसे में उन्होंने कुछ कहा है तो उस पर सबकी नजरें जाना लाजिमी है. उधर बीजेपी ने इस बयान पर मोर्चा खोल दिया. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि लालू दिन में सपने देख रहे हैं और पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाकर देश और बिहार की जनता ने इच्छा जताई है कि पीएम मोदी भारत के सच्चे सपूत हैं.

लालू ने ऐसा क्यों कहा है

अब सोचिए अगर लालू के बयान से बीजेपी को तो बुरा लगना  ही था लेकिन इस बयान के राजनीतिक मायने क्या हैं, इसे समझने की जरूरत है कि लालू ने ऐसा क्यों कहा है. असल में यह बात सही है कि मोदी सरकार इस बार नीतीश और चंद्रबाबू के सहारे है, साथ में कुछ और छोटे दल भी साथ हैं. ऐसे में यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि भविष्य में सब कुछ ठीक ही रहेगा. अब देखना यह है कि बीजेपी कैसे इस गठबंधन धर्म को निभाते हैं. और उनका साथ देने वाले कितने समय तक उनके साथ रहते हैं. 

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