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Tanishaa Mukerji: अजय देवगन की साली कर रहीं यह ‘कठिन’ काम, बोलीं- जीजाजी का मिल रहा फुल सपोर्ट

Tanishaa Mukerji: तनीषा मुखर्जी ने 2003 में फिल्म श्श्श्श्श्... करियर शुरू किया था. 2005 में नील और निक्की में उनके बोल्ड सीन काफी चर्चित हुए. मगर उनका करियर लंबी उड़ान नहीं भर सका. उनके परिवार का सपोर्ट मिला, लेकिन अंततः वह फिल्मों से दूर होकर अब ऐसा काम कर रही हैं, जिस पर कोई भी गर्व करेगा...  

Tanishaa Mukerji: अजय देवगन की साली कर रहीं यह ‘कठिन’ काम, बोलीं- जीजाजी का मिल रहा फुल सपोर्ट
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Ravi Buley|Updated: Jul 20, 2023, 03:54 PM IST

Kajol Films And Web Series: इन दिनों अजय देवगन और उनकी पत्नी काजोल (Kajol) अपने करियर को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं. अजय देवगन (Ajay Devgn) फिल्में और वेब सीरीज प्रोड्यूस करने के साथ अपने थिएटरों की चेन को भी आगे बढ़ा रहे हैं. एक समय था, जब वह अपनी साली तनीषा मुखर्जी को भी प्रमोट करते थे. मगर अब तनीषा (Tanishaa Mukerji) पूरी तरह से लाइम लाइट से गायब हैं. तनीषा अपनी बहन की तरह फिल्मी परिवार से आती हैं, पूरा परिवार आज भी फिल्मों से जुड़ा हैं मगर वह कहां हैंॽ आपको जानकर आश्चर्य होगा कि तनी. मुखर्जी अब फिल्मों से बिल्कुल अलग होकर दूसरा ही काम कर रही हैं. जो ‘कठिन’ है.

ताकी लोग हो जाएं जागरूक
तनीषा मुखर्जी अब एक्टिंग का काम पीछे छोड़कर पर्यावरणविद बन चुकी हैं. इसके लिए वह मुंबई में एक एनजीओ चला रही हैं. जिसका नाम है, स्टैम्प. स्टैम्प का उद्देश्य है लोगों को पेड़-पौधों को लेकर जागरूक बनाएं. उन्हें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाएं. तनीष स्टैम्प को पिछले सात साल से चला रही हैं. उनकी आखिरी बड़ी फिल्म थी, सरकार राज (Sarkar Raj). जो 2008 में आई थी. इसके बाद वह तुम मिलो तो सही, अन्ना और कोड नेम अब्दुल जैसी फिल्मों में दिखीं. परंतु फिल्में चली नहीं. इस बीच तनीषा 2013 में रीयलिटी शो बिग बॉस (Bigg Boss) 7 में नजर आई थीं. जहां ऐक्टर अरमान कोहली (Armaan Kohli) के साथ उनकी नजदीकियां सुर्खियां बनीं. परंतु यह रिश्ता लंबा नहीं चल सका. साल भर में टूट गया.

सब लगा रहे पेड़ मगर
45 साल की तनीषा सिंगल हैं और पूरी तरह से अपने एनजीओ को संभालती हैं. उन्होंने दो सहयोगियों के साथ स्टैम्प फाउंडेशन की शुरुआत की थी. शुरुआत में यह एनजीओ वृक्षारोपण (Plantation) करता था, परंतु फिर इसने उद्देश्य बदल दिया. तनीषा के अनुसार हर कोई पेड़ लगा रहा था लेकिन कोई भी यह कोशिश नहीं रहा था कि उनकी सही देखभाल हो, वे सही ढंग से फलें-फूलें. तब तनीषा और उनके एनजीओ (NGO) ने वृक्षारोपण अभियानों के तहत लगाए गए पेड़ों के रख-रखाव के काम पर ध्यान देना शुरू किया. स्टैम्प अब लोगों को पेड़ लगानें के प्रति जागरूक करने से लेकर उनके रख-रखाव के लिए प्रेरित करता है. तनीषा कहती हैं कि इस काम में उन्हें अपनी बहन और जीजाजी के साथ मां तनूषा का भी पूरा सहयोग मिलता है.

 

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