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परमाणु बम बनाने वाले साइंटिस्ट की कहानी...गीता से कनेक्शन; यूं ही नहीं Oppenheimer बनी हॉलीवुड की सबसे चर्चित फिल्म

Golden Globe Awards 2024 Oppenheimer: 81वें गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में ओपेनहाइमर को बेस्ट पिक्चर-ड्रामा कैटेगरी में अवार्ड मिला है. ओपेनहाइमर साल 2023 की मोस्ट चर्चित हॉलीवुड फिल्म रही है. इस फिल्म में परमाणु बम बनाने वाले साइंटिस्ट की कहानी दिखाई गई है. 

ओपेनहाइमर मूवी
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Prachi Tandon|Updated: Jan 08, 2024, 11:54 AM IST

Oppenheimer Movie: फिल्म जगत के प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक गोल्डन ग्लोब का 81वां समारोह अमेरिका के कैलिफॉर्निया में आयोजित किया गया था. गोल्डन ग्लोब अवार्ड 2024 में ओपेनहाइमर के खाते में चार बड़े खिताब आए. बेस्ट फिल्म, बेस्ट एक्टर, बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट मेल सपोर्टिंग एक्टर के चार बड़े अवार्ड ओपेनहाइमर को मिले. लेकिन क्या आप जानते हैं ओपेनहाइमर आखिर क्यों बीते साल की सबसे चर्चित हॉलीवुड फिल्म रही थी. और इस फिल्म का परमाणु बम बनाने वाले साइंटिस्ट से क्या कनेक्शन था.

फादर ऑफ एटोमिक बॉम्ब की कहानी है Oppenheimer

क्रिस्टोफर नोलन डायरेक्टेड फिल्म ओपेनहाइमर साल 2023 की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म रही है. इस फिल्म में रॉबर्ट ओपेनहाइमर की कहानी दिखाई गई है, जिनकी सेकेंड वर्ल्ड वार के समय अमेरिका के लिए एटम बम बनाने में अहम भूमिका रही थी. ओपेनहाइमर फिल्म में परमाणु बम बनाने वाले साइंटिस्ट की कहानी को जिस तरह से खूबसूरती के साथ क्रिस्टोफर नोलन ने उतारा है वह कमाल है. एक-एक सीक्वेंस के बिल्डअप ने ऑडियंस की धड़कने बढ़ाई हैं. यही वजह रही है कि तीन घंटे की इस फिल्म ने पूरे साल लोगों के बीच अपनी जगह बनाए रखी. वैसे तो यह फिल्म अमेरिका के लॉस अलामौस में हुए एक वैज्ञानिक प्रयोग और उसके परिणामों से उपजे व्यक्तिगत और राजनैतिक द्वन्द को दिखाती है. लेकिन अगर आप ध्यान दें तो पाएंगे कि किस तरह से क्रिस्टोफर नोलन ने इस फिल्म में मानव व्यवहार यानी Human Behaviour की जटिलताओं को दिखाया है. 

भगवद गीता से ओपेनहाइमर का कनेक्शन! 

क्रिस्टोफर नोलन ने अपनी फिल्म ओपेनहाइमर में साइंटिस्ट रॉबर्ट ओपेनहाइमर की पढ़ाई से उनके अमेरिका जाने के सफर को बारीकी से दिखाया. कहा जाता है कि ओपेनहाइमर जब अपना अकादमिक करियर बना रहे थे, तब उन्होंने भगवदगीता पढ़ने की ठानी थी, इसके लिए उन्होंने संस्कृत भी सीखी थी. क्योंकि वह अनुवाद की जगह मूल स्वरुप पढ़ना चाहते थे. Oppenheimer में देखने को मिलता है कि जब रॉबर्ट ओपेनहाइमर Manhattan Project का हिस्सा बनते हैं तो वह कई अन्य साइंटिस्ट के साथ काम करते हैं. फिर अपने पहले परमाणु बम परीक्षण के बाद ओपेनहाइमर ने अपनी आंखों से देखा उसके बाद उनके मुंह से भगवद गीता में लिखी एक बात निकलती है- अब मैं मृत्यु बन चुका हूं, दुनिया का विनाशक... ओपेनहाइमर का भगवद गीता से कनेक्शन होने की वजह से क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म को भारत में भी खूब पॉपुलैरिटी और विवाद मिला था.

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