Adipurush Film Controversy: फिल्म निर्देशक ओम राउत की आदिपुरुष (Adipurush) से लोग नाराज हैं ही, अब उनके कुछ पुराने ट्वीट भी निकल कर सामने आ रहे हैं. इन्हें देख कर लोग कह रहे हैं कि नकली भक्ति दिखाकर कोई कैसे अच्छी फिल्म बना सकता है. ये ट्वीट सोशल मीडिया में लोगों के गुस्से की आग में घी का काम कर रहे हैं. महाकाव्य रामायण (Ramayan) पर ओम राउत की आदिपुरुष को बड़े दर्शक वर्ग ने खारिज कर दिया है और फिल्म की पूरी टीम को जमकर कर ट्रोल भी किया जा रहा है. इसी बीच एक ऐसा ट्वीट (Om Raut Tweet) सामने आ गया है, जिसे ओम राउत ने तो डिलीट कर दिया, लेकिन लोगों ने उसे पहले ही कॉपी कर लिया था. अब वे इसे जमकर शेयर कर रहे हैं.
ये है खुली साजिश
ओम राउत का यह पुराना ट्वीट साल 2015 का है. जो उनके ब्लू टिक वाले ट्विटर (Twitter) हैंडल से शेयर किया गया था. इससे पता चलता है कि ओम राउत ने इसे हनुमान जयंती के दिन ट्वीट किया. इसमें हनुमानजी के जन्मदिन पर बज रहे भजनों पर ओम राउत असहमति और आपत्ति जता रहे हैं. अंग्रेजी में ओम राउत द्वारा किए गए ट्वीट का हिंदी अर्थ हैः क्या भगवान हनुमान बहरे थे? मेरी बिल्डिंग के लोग ऐसा ही सोचते हैं. हनुमान जयंती पर जोर-जोर से म्यूजिक बजा रहे हैं. वह भी तमाम अप्रासंगिक गाने. ओम राउत भले ही यह ट्वीट हटा चुके हैं, लेकिन इसे शेयर करते हुए लोग लिख रहे हैः हिंदू देवताओं पर ऐसे विचार रखने वालों से कैसे हम रामायण पर अच्छी फिल्म की उम्मीद कर सकते हैं? आदिपुरुष हमारे इतिहास को विकृत करने और युवा पीढ़ी को उनकी जड़ों से दूर करने की बॉलीवुड की खुली साजिश है.
सामने आया असली रंग
एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि केवल भारत में ही आप हमारे भगवान को बहरा कह सकते हैं और इसके बावजूद बच सकते हैं. इस व्यक्ति ने लिखा कि मैं ओम राउत के खिलाफ एफआईआर करने जा रहा हूं. मेरे साथ कौन आएगा? एक अन्य व्यक्ति ने इस बात पर नाराजगी जताई कि ओम राउत का असली रंग सामने आ गया है. पहले उन्होंने हनुमानजी को बहरा कहा और अब हिंदुओं को मूर्ख बनाने और पैसा कमाने के लिए थिएटर में हनुमानजी की फोटो रखने की बात कर रहे हैं. इस व्यक्ति ने ओम राउत को पाखंडी बताया. सोशल मीडिया में आदिपुरुष, ओम राउत और डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर के खिलाफ गुस्से की बाढ़ आई हुई है.