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सब्जी वाले के बेटे ने बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में क्रैक की CA की परीक्षा, अब बनेंगे चार्टेड अकाउंटेंट

CA Topper 2023 Ravi Bhavnani: रवि अपनी सीए की पढ़ाई के साथ-साथ अपने पिता की सब्जी की दुकान में भी हाथ बटाया करते थे.

सब्जी वाले के बेटे ने बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में क्रैक की CA की परीक्षा, अब बनेंगे चार्टेड अकाउंटेंट
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Kunal Jha|Updated: Jul 07, 2023, 09:23 AM IST

CA Topper 2023 Ravi Bhavnani: किसी ने सच ही कहा है कि सफलता किसी की मोहताज नहीं होती और इसी बात को रवि भावनानी ने सच कर दिखाया है. रवि ने बहुत ही बुरी परिस्थिती में कड़ी मेहनत करते हुए इस साल इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित की जाने वाली सीए की परीक्षा पास कर दिखाई है. बहुत से उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए हर साल आवेदन करते हैं, लेकिन उनमें केवल 1 परसेंट उम्मीदवार ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं. उनमें से भी बहुत से ऐसे उम्मीदवार हैं, जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करके कई अटेंप्ट के बाद इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं. लेकिन रवि भावनानी ने बिना किसी कोचिंग के अपने पहले ही अटेंप्ट में चार्टेड अकाउंटेंट की परीक्षा पास कर डाली है. इसी के साथ रवि बहुत से उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं.

रवि राजस्थान के चुरु जिले के रहने वाले हैं. वह एक बेहद ही साधारण से परिवार से आते हैं. रवि के पिता सब्जी मंडी में सब्जी की दुकान चलाते हैं. उनके घर की आर्थिक स्थिति भी काफी अच्छी नहीं है. लेकिन जब से रवि ने सीए की परीक्षा पास की है, तब से उनके घर पर उन्हें बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है. रवि की इस सफलता के कारण उनके घर में जश्न का माहौल है, पूरा शहर रवि की इस सफलता पर नाज कर रहा है.

रवि ने बताया कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के दौरान हार्ड वर्क के अलावा स्मार्ट वर्क भी किया. उन्होंने दिन में 8 से 10 घंटे मन लगाकर सेल्फ स्टडी की, जिसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने यह परीक्षा अपने पहले ही प्रयास में क्रैक कर डाली. रवि बताते हैं कि साल 2016 में जब वह कक्षा 11वीं में थे, तब उनकी मां की निधन हो गया था, जिसके बाद वह पूरी तरह से टूट गए थे. लेकिन उनकी बहन और उनके पिता ने उन्हें संभाला. इसके बाद उन्होंने कक्षा 12वीं के बाद सीधे CA की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और अपने पहले ही प्रयास में चार्टेड अकाउंटेंट बन गए.

रवि बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती यह थी की उन्होंने कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से की थी, लेकिन सीए की परीक्षा वह इंग्लिश मीडियम से दे रहे थे. इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई लगातार जारी रखी और साथ ही अपने पिता की दुकान में हाथ बटाते हुए ही इस परीक्षा को पास कर डाला.

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