Most Dangerous Cyclone: गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में जमकर तबाही मचाने के बाद चक्रवात बिपोर्जॉय राजस्थान की ओर बढ़ चुका है, जिसके चलते राजस्थान के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश दर्ज की गई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD के अनुसार चक्रवाती तूफान बिपोर्जॉय अभी राजस्थान में है, जिसके चलते मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के भी कुछ जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
बिपरजॉय तूफान अरब सागर से उठा बहुत भयंकर तूफान था, लेकिन पहले से इससे निपटने की तैयार के कारण बहुत खामियाजा नहीं भुगतना बड़ा. हालांकि, यह तो कुछ भी नहीं है इससे पहले भी भीषण तूफानों ने आकर खतरनाक तबाही मचाई है. आपने इन चक्रवाती तूफानों के नाम सुने ही होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि महिला या पुरुष कौन-से नाम वाले चक्रवात ज्यादा विध्वंस करते हैं? कहा जाता है कि महिला नाम वाले तूफान ज्यादा विनाशकारी होते हैं.
नाम से इंटेंसिटी पर नहीं होता असर
अचानक तेज हवा के साथ उमड़-घुमड़ कर आए बादलों ने सबके मन में खौफ पैदा कर दिया, लेकिन बाद में बारिश की धीमी हो जाने से इसने इतना प्रभावित नहीं किया. वरना तो चक्रवात के नाम से ही रुह कांप जाती है. साइक्लोन का नाम महिला के नाम पर रखने से उसकी तीव्रता बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होती है. आइए जानते हैं फिर ये साइक्लोन ज्यादा तबाही मचाते क्यों मचाते हैं.
भारी बारिश के साथ बहुत तेज रफ्तार से चलती हैं हवाएं
एक रिसर्च में सामने आया है कि महिलाओं पर आधारित नाम वाले तूफान अधिक तबाही मचाते हैं. जगहों के अनुसार चक्रवातों को हरिकेन या टायफून भी कहा जाता है. साइक्लोन्स पर हुई एक रिसर्च में सामने आया कि महिला नाम वाले तूफानों को लोग हल्के में लेने की भूल करते हैं. ऐसे में उससे निपटने का मजबूत इंतजाम नहीं करते. यह लापरवाह सोच ही भारी पड़ जाती है. नतीजतन इससे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ जाती है.
क्या कहती है रिसर्च?
साल 2014 में अमेरिका की प्रॉसीडिंग ऑफ नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस के शोध में सामने आया कि वहां पिछले 60 वर्षों में जितने भी तूफान आए थे, उनमें से पुरुष नाम वाले चक्रवातों की वजह से औसतन 15.15 मौतें हुईं. वहीं, इस रिपोर्ट के मुताबिक महिला नाम वाले साइक्लोन से औसतन 41.84 लोगों की मौते हुई थीं. मेल और फीमेल दोनों नाम वाले तूफानों के बीच तबाही मचाने का अंतर यहां साफ जाहिर है.