Hindi News >>crime
Advertisement

DNA: मध्यप्रदेश में दलित होना गुनाह है?

Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के सागर में मर्डर की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इस अपराध की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है. आपने फिल्मों में देखा होगा कि गांव के दबंग.. दलित के परिवार पर जुल्म करते हैं.

DNA: मध्यप्रदेश में दलित होना गुनाह है?
Stop
Gunateet Ojha|Updated: May 28, 2024, 11:39 PM IST

Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के सागर में मर्डर की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया है. इस अपराध की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है. आपने फिल्मों में देखा होगा कि गांव के दबंग.. दलित के परिवार पर जुल्म करते हैं. दलित की पीटकर हत्या कर देते हैं. और फिर एक-एक करके गवाहों का मर्डर हो जाता है. मध्यप्रदेश में ये रियल लाइफ में हुआ है.  

सागर में रूह कंपा देने वाली घटना

मध्यप्रदेश के सागर जिले में बरोदिया नौनागिर गांव है. जहां पिछले वर्ष 23 अगस्त को दलित युवक नितिन अहिरवार की गांव के दबंगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. और दलित युवक की मां को निर्वस्त्र करके पीटा था. क्योंकि दलित परिवार.. अपनी बेटी से छेड़छाड़ का केस वापस लेने से इंकार कर रहा था. ये केस 2019 का था.

हत्याकांड पर खूब सियासत हुई थी

तब इस हत्याकांड पर खूब सियासत भी हुई थी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ना सिर्फ गांव का दौरा किया था बल्कि मृतक दलित युवक नीतिन अहिरवार की बहन अंजना अहिरवार से राखी बंधवाकर उसे अपनी मुंहबोली बहन बनाया था. अब सोमवार को दिग्विजय सिंह एक बार फिर बरौदिया नौनागिर गांव पहुंचे. लेकिन इस बार वो अपनी मुंहबोली बहन अंजना की अर्थी को कंधा देने पहुंचे थे.

राजीनामा करने का दबाव..

क्योंकि इस केस में राजीनामा करने का दबाव बना रहे आरोपी पक्ष ने हत्याकांड के चश्मदीद गवाह और मृतक नीतिन के चाचा राजेंद्र अहिरवार की पीटकर हत्या कर दी. और पुलिस कह रही है कि अंजना जब अस्पताल से अपने चाचा का शव लेकर शव वाहन से घर लौट रही थी. तो पुलिस वाले की मौजूदगी में वो शव वाहन से कूद गई. जिससे उसकी मौत हो गई.

दलित युवती की मौत कई सवालों को जन्म दे रही है

लेकिन दलित युवती की मौत कई सवालों को जन्म दे रही है. और सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि क्या अंजना वाकई खुद कूदी ?.. या उसे धक्का दिया गया? क्योंकि अपनी मौत से ठीक पहले.. अंजना ने मीडिया से बात की थी और अपने चाचा की हत्या की वजह बताई थी.

अब अगर आप इस हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ेंगे तो ये पूरा केस..किसी फिल्म की स्क्रिप्ट लगेगा..

-एक दलित युवक ने अपनी बहन से छेड़खानी करने वाले दबंगों के खिलाफ आवाज उठाई.
-जिसकी आवाज को दबाने के लिए दबंगों ने पीट-पीटकर दलित युवक की हत्या कर दी.
-इसके बाद दबंग आरोपियों ने दलित परिवार पर समझौता करने और केस वापस लेने का दबाव बनाया.
-लेकिन जब दलित परिवार राजीनामे को तैयार नहीं हुआ तो चश्मदीद गवाह और मृतक के चाचा की हत्या कर दी गई.
-फिर एक और चश्मदीद गवाह और मृतक की बहन की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई .

अब एक बार फिर इस हत्याकांड में भी सियासत शुरु हो गई है. राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक.. इस घटना पर दुख जता रहे हैं और बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. मध्यप्रदेश सरकार पर दलित विरोधी होने के आरोप लगा रहे हैं.

 

{}{}