Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में जूनियर डॉक्टर बिटिया के साथ हुए हैवानियत के मामले को 38 दिन हो गए हैं, लेकिन न्याय का इंतजार अब भी जारी है. रविवार को, सीबीआई ने इस मामले में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के एसएचओ अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया. इन दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप है.
गिरफ्तारी और विवाद
संदीप घोष और एसएचओ अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी के बाद, डॉक्टरों ने थोड़ी राहत महसूस की है. उन्हें 17 सितंबर तक रिमांड पर लिया गया है ताकि हत्याकांड और हैवानियत से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा सके. इस मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय पहले ही सीबीआई की गिरफ्त में हैं.
डॉक्टरों का आंदोलन
हालांकि, डॉक्टरों का आंदोलन जारी है. वे ममता बनर्जी द्वारा बार-बार प्रयासों के बावजूद अपने काम पर वापस लौटने को तैयार नहीं हैं. डॉक्टरों की मांग है कि पहले न्याय मिले, तभी वे सरकार के साथ किसी भी चर्चा या बैठक में शामिल होंगे. ममता बनर्जी ने आंदोलनरत डॉक्टरों को मनाने के लिए कई बार प्रयास किए हैं, लेकिन वे अब तक सफल नहीं हो पाईं हैं.
ममता बनर्जी पर तीखे हमले
इस बीच, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और बीजेपी के नेता रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी पर तीखे हमले किए हैं. चौधरी ने ममता के प्रति तीखी आलोचना की है, जबकि रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उनके राज में यह स्थिति एक बड़ा अपमान है और उन्होंने जांच रोकने की पूरी कोशिश की है.
डॉक्टरों की इंसाफ की मांग कब पूरी होगी?
अब सवाल यह है कि डॉक्टरों की इंसाफ की मांग कब पूरी होगी और वे कब काम पर लौटेंगे. फिलहाल, सीबीआई की जांच और राजनीतिक दबाव दोनों ही इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.