Shabana Azmi Film: शशि कपूर ने फिल्मों में एक्टिंग के साथ मेकिंग में भी खूब हाथ आजमाया. बतौर निर्माता जुनून (1979) उनकी पहली फिल्म थी. दूसरी फिल्म कलयुग (1981) के लिए उन्होंने श्माम बेनेगल को साइन किया. हालांकि कई लोग इसके खिलाफ थे क्योंकि उनका मानना था कि श्याम बेनेगल तारीफ पाने लायक फिल्म तो बनाते हैं, मगर कमर्शियल स्टारकास्ट के साथ फिल्म बनाना उनके बस की बात नहीं. कलयुग महाभारत पर आधारित कॉमर्शियल सैटअप वाली फिल्म थी. बेनेगल फिल्म में लीड हीरोइन के रूप में अपनी फेवरेट एक्ट्रेस शबाना आजमी को लेना चाहते थे. लेकिन शशि कपूर ने इंकार कर दिया.
किस्से रोमांस के
असल में यह समय आते-आते शशि कपूर ने शबाना के साथ काम करना बंद कर दिया था क्योंकि दोनों को लेकर उस दौर की फिल्म पत्रिकाओं में रोमांस के गॉसिप छपने लगे थे. दोनों ने फिल्म फकीरा (1976) में पहली बार काम किया था. इसके बाद उन्होंने चोर सिपाही (1977), हीरा और पत्थर (1977), अतिथि (1978) और जुनून (1978) जैसी फिल्में कीं. जुनून में शशि कपूर की पत्नी जेनिफर कैंडल भी थीं. इस फिल्म तक आते-आते शशि-शबाना के अफेयर की खबरों ने रफ्तार पकड़ ली थी और इसका असर शशि कपूर की गृहस्थी पर पड़ा. कहा जाता है कि जुनून के बाद जेनिफर कैंडल और शशि कपूर के रिश्तों में शबाना की वजह से बेहद तनाव पैदा हो गया. कुछ खबरों में कहा गया कि जेनिफर ने शशि कपूर से अलग होने की बात कही, तो यही भी चर्चा हुई कि अफेयर की अफवाहों के कारण जेनिफर ने आत्महत्या का प्रयास किया था. इससे बाद शशि कपूर ने शबाना के साथ काम न करने की कसम खा ली.
एंट्री हुई रेखा की
शशि कपूर और शबाना के बीच वर्षों तक बातचीत भी बंद रही. हालांकि कुछ साल बाद जेनिफर की मृत्यु के बाद शशि कपूर टूट गए थे. वर्षों बाद उनकी शबाना से बातचीत शुरू हुई. हालांकि शबाना ने इस बात को कभी छुपाया नहीं कि वह बेहद कम उम्र से ही शशि कपूर की बहुत बड़ी फैन थीं. शशि कपूर के पिता और शबाना आजमी के पिता कैफी आजमी एक जमाने में पड़ोसी थे. खैर, शशि कपूर ने कलियुग के लिए श्याम बेनेगल को रेखा का नाम सुझाया. उन दिनों अमिताभ-रेखा की जोड़ी भी लगभग अलग हो गई थी. ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म खूबसूरत के बाद रेखा सार्थक सिनेमा करना चाहती थीं. उन्होंने तत्काल बेनेगल का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया.
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