बात आज साउथ सिनेमा की एक ऐसी एक्ट्रेस की जिन्होंने मात्रा 10 साल के करियर में 500 से अधिक फिल्मों में काम किया था. हम बात कर रहे हैं एक्ट्रेस सिल्क स्मिता (Silk Smitha) की जिनकी लाइफ पर साल 2011 में फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' बनाई गई थी. सिल्क स्मिता का असली नाम विजयलक्ष्मी वडलापति था और फिल्मों में एक समय उनकी तूती बोलती थी. हालांकि, सिल्क स्मिता का उस मुकाम तक पहुंचना भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था. क्या थी सिल्क स्मिता की कहानी और कैसे हुई थी एक्ट्रेस की मौत यही आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
बेहद गरीब परिवार में हुआ था सिल्क स्मिता का जन्म
विजयलक्ष्मी वडलापति यानी सिल्क स्मिता का जन्म 2 दिसंबर 1960 को आंध्र प्रदेश के एल्लुरू में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था. कहते हैं कि सिल्क के घरवालों ने मर्जी के खिलाफ उनकी शादी करवा दी थी. ससुराल में सिल्क बिलकुल भी खुश नहीं थीं और एक दिन जब उनके सब्र का बांध फूट गया तो वे सबकुछ छोड़ चेन्नई अपनी आंटी के पास आ गईं थीं. यहां उन्होंने मेकअप गर्ल के तौर पर काम शुरू किया और फिल्मों में आने के सपने देखने लगीं.
एक समय साउथ की फिल्मों में सिल्क की बोलती थी तूती
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो धीरे-धीरे सिल्क ने साउथ के प्रोड्यूसर्स से मेल जोल बढ़ना शुरू किया, जिसके चलते उन्हें फिल्मों में ब्रेक मिल गया था. सिल्क ने 1979 में मलयालम फिल्म 'इनाये थेडी' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और देखते ही देखते इस कदर पॉपुलर हुईं कि बिना उनके आइटम नंबर के कोई भी डिस्ट्रीब्यूटर फिल्में ही नहीं खरीदता था. इसका नतीजा ये निकला कि सिल्क को 10 साल के छोटे से करियर में 500 फिल्मों में काम मिल गया था. बहरहाल, कहते हैं कि करियर के पीक पर होने के बावजूद सिल्क को अन्दर ही अन्दर अकेलापन खाए जा रहा था. यही एक्ट्रेस के अवसाद की वजह बना जिसके चलते कहते हैं कि 23 सितंबर 1996 को सिल्क ने अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था.