Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र के खाद्य और औषधि प्रशासन मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता धर्मराव बाबा आत्राम ने अपने बेटी-दामाद के लिए चौंका देने वाला बयान दिया है. उन्होंने हाल ही में अहेरी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से कहा कि अगर उनकी बेटी भाग्यश्री और दामाद ऋतुराज हलगेकर गद्दारी करें, तो उन्हें प्राणहिता नदी में फेंक देना चाहिए. आइये जानते हैं ऐसा क्या हुआ कि महाराष्ट्र के मंत्री अपनी ही बेटी और दामाद के खिलाफ जहर उगलने लगे.
बेटी-दामाद को नदी में फेंक दो..
इस बयान के पीछे की वजह यह है कि धर्मराव बाबा आत्राम की बेटी भाग्यश्री एनसीपी के शरद पवार गुट में शामिल होने की तैयारी कर रही हैं. इस कदम से वे अपने ही पिता के खिलाफ चुनाव लड़ने की योजना बना रही हैं. जिसके बाद धर्मराव ने मतदाताओं से यह कह दिया कि अगर ऐसा होता है तो बेटी-दामाद को नदी में फेंक दो.
अजित पवार भी थे मौजूद
धर्म राव बाबा आत्राम ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की उपस्थिति में यह बयान दिया. अजित पवार उस समय अहेरी में 'जन सम्मान यात्रा' के तहत महायुति सरकार की अलग-अलग योजनाओं का प्रचार कर रहे थे.
मेरे दामाद और बेटी पर भरोसा मत करो..
धमारावबाबा आत्राम ने कहा, "लोग पार्टी छोड़ते हैं, लेकिन हमें उनकी परवाह नहीं करनी चाहिए. कुछ लोग मेरे परिवार में मेरी राजनीतिक ताकत का फायदा उठाकर दूसरी पार्टी में जाना चाहते हैं. पिछले 40 वर्षों से, लोग राजनीति में दलबदल करते रहे हैं. अब शरद पवार का गुट मेरे घर को बांटने की कोशिश कर रहा है और मेरी बेटी को मेरे खिलाफ खड़ा कर रहा है. मेरे दामाद और बेटी पर भरोसा मत करो."
इन लोगों ने मुझे धोखा दिया
आगे उन्होंने कहा, "इन लोगों ने मुझे धोखा दिया है. हर कोई उन्हें पास की प्राणहिता नदी में फेंक दे. जो लड़की अपने पिता की नहीं बन सकी, वह आपकी कैसे बनेगी? आप सोचिए कि वह आपको कौन सा न्याय देगी."
अगर बेटी उन्हें छोड़ देती है..
आत्राम ने कहा कि वह आगामी चुनाव में अहेरी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर एक बेटी उन्हें छोड़ देती है, तो दूसरी बेटी, उनका बेटा, भाई और चचेरे भाई का बेटा अभी भी उनके साथ हैं.
आत्राम ने बेटी को दी चेतावनी
अजित पवार ने भी धर्मराव बाबा आत्राम की बेटी को चेतावनी दी और उनसे अपील की कि वे अपने पिता का साथ न छोड़ें. उन्होंने कहा, "पूरा परिवार धर्मराव बाबा के साथ है. अब वे (भाग्यश्री) अपने ही पिता के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि यह गलती न करें और अपने पिता का साथ दें."