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Pratapgarh Lok Sabha Election 2024: प्रतापगढ़ में दलित-पिछड़े हैं असली किंग मेकर्स, इस बार शिवपाल सिंह पर जताया भरोसा

Pratapgarh Lok Sabha Election/Chunav 2024 News: प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर पार्टी और उम्मीदवार चाहे जो भी हों, लेकिन वहां के असली किंग मेकर्स दलित और पिछड़े वर्गों के मतदाता ही माने जाते हैं. वे जिस ओर झुक जाएं, वहीं उम्मीदवार जीत जाता है.  

Pratapgarh Lok Sabha Election 2024: प्रतापगढ़ में दलित-पिछड़े हैं असली किंग मेकर्स, इस बार शिवपाल सिंह पर जताया भरोसा
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Devinder Kumar|Updated: Jun 07, 2024, 12:30 PM IST

Pratapgarh Lok Sabha Election 2024: यूपी की प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेश हमेशा से बड़ी ताकत रही है. अब तक हुए 17 चुनावों में कांग्रेस इस सीट पर 10 बार जीत हासिल कर चुकी है. जबकि जबकि बीजेपी 2 बार, अपना दल एक बार, सपा एक बार, जनता पार्टी एक और भारतीय जनसंघ को केवल एक बार जीत नसीब हुई है. इस सीट पर बसपा के हाथ हमेशा खाली ही रहे हैं. फिलहाल इस सीट पर बीजेपी के संगम लाल गुप्ता सांसद हैं. बीजेपी ने इस सीट से उन्हें फिर टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस- सपा गठबंधन की ओर से अखिलेश यादव ने एसपी सिंह पटेल को इस सीट से उतारा है. 

प्रतापगढ़ लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024

यूपी की प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर बसपा के हाथ हमेशा खाली ही रहे हैं. यहां पर हिंदुओं की तादाद करीब 85 प्रतिशत ओर मुस्लिमों की 14 प्रतिशत है. दलित और पिछड़े वोटर इस सीट के असली किंग मेकर हैं. उनकी तादाद करीब 46 फीसदी के आसपास बताई जाती है.

पहली बार 1952 में हुए थे चुनाव

प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव 1952 में हुए थे. जिसमें कांग्रेस के मुनीश्वर दत्त उपाध्याय ने बाजी मारी थी. वे लगातार दो टर्म यानी 1952 और 1957 में इस सीट से सांसद रहे. इसके बाद 1962 में हुए चुनाव में भारतीय जनसंघ के अजीत प्रताप सिंह ने कांग्रेस का किला तोड़कर भगवा झंडा फहरा दिया था. इसके बाद फिर कांग्रेस इस सीट पर जीत गई और अगले 10 साल तक जमी रही. 

बीजेपी को 1998 में मिली सफलता

बीजेपी को इस सीट पर पहली जीत वर्ष 1998 में नसीब हुई थी, जब उसके प्रत्याशी राम विलास वेदांती ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. लेकिन उसके अगले साल हुए चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस की राजकुमारी रत्ना सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल करके बीजेपी को बेदखल कर दिया. 

20 साल बाद हाथ आई दूसरी जीत

उसके बाद 20 साल तक इस सीट पर 4 चुनाव हारने के बाद बीजेपी ने अपनी कमजोरियों को दूर किया. पिछड़े वोटर्स को अपनी ओर मिलाने के लिए उसने अपना दल से हाथ मिलाया और 2019 में फिर से कमल खिला दिया. पार्टी इस बार भी प्रतापगढ़ सीट पर जीत के लिए गंभीर है और अभी से वहां पर चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. 

प्रतापगढ़ में असेंबली की 5 सीटें शामिल

प्रतापगढ़ लोकसभा क्षेत्र में असेंबली की 5 सीटें शामिल हैं. इनके नाम रामपुर खास, विश्वनाथगंज, प्रतापगढ़, पट्टी और रानीगंज है. इनमें से 2 सीटों पर सपा और 1-1 पर कांग्रेस, अपना दल और बीजेपी काबिज है. इस लिहाज से देखें तो इस सीट पर कड़ी टक्कर नजर आती है. 

दलित- पिछड़े हैं असली किंग मेकर्स

जिले की आबादी की बात करें तो यहां पर हिंदुओं की तादाद करीब 85 प्रतिशत ओर मुस्लिमों की 14 प्रतिशत है. दलित और पिछड़े वोटर इस सीट के असली किंग मेकर हैं. उनकी तादाद करीब 46 फीसदी के आसपास बताई जाती है. कहते हैं कि वे जिस ओर झुक जाएं, उसी प्रत्याशी की जीत की राह आसान हो जाती है. देखना होगा कि यह तबका इस बार किस पार्टी का साथ देगा. 

प्रतापगढ़ लोकसभा सीट का इतिहास

वर्ष विजेता पार्टी
2019 संगम लाल गुप्ता बीजेपी
2014 हरिवंश सिंह अपना दल
2009

राजकुमारी रत्ना सिंह

कांग्रेस

2004 अक्षय प्रताप सिंह सपा
1999 राजकुमारी रत्ना सिंह कांग्रेस

प्रतापगढ़ लोकसभा 2024

पार्टी उम्मीदवार मिले वोट रिजल्ट
बीजेपी संगम लाल गुप्ता    
सपा एसपी सिंह पटेल    
बसपा      
अन्य      

 

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