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Year Ender 2023: सीबीएसई ने साल भर में की इन बड़े बदलावों की घोषणा

CBSE Major Changes 2023: कक्षा 11 और 12 के स्टूडेंट्स को दो लैंगुएज की पढ़ाई करने की जरूरत होगी, जिनमें से कम से कम एक भारतीय भाषा होगी.

Year Ender 2023: सीबीएसई ने साल भर में की इन बड़े बदलावों की घोषणा
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chetan sharma|Updated: Dec 22, 2023, 01:50 PM IST

CBSE Board Exam Changes: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कैंडिडेट्स की  प्रतिक्रिया के आधार पर इस साल के बोर्ड परीक्षा पैटर्न में कई बदलाव किए हैं. कक्षा 11 और 12 के स्टूडेंट्स को दो लैंगुएज की पढ़ाई करने की जरूरत होगी, जिनमें से कम से कम एक भारतीय भाषा होगी, जो स्ट्रीम रिस्टिक्शन के बिना ऑप्शनल सब्जेक्ट में फ्लेक्सिबिलिटी देगी.

No overall division, distinction, or aggregate
सीबीएसई 2024 में कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स को ओवरऑल डिवीजन, डिस्टिंक्शन या एग्रीगेट नहीं देगा. यह निर्णय प्रतिशत की गणना के मानदंडों पर स्पष्टीकरण मांगने वाले उम्मीदवारों के अनुरोधों के जवाब में है. बोर्ड न तो नंबरों के प्रतिशत की गणना करेगा और न ही इसकी घोषणा करेगा.

Release of sample question papers and marking scheme
सीबीएसई ने संबंधित मार्किंग स्कीम के साथ कक्षा 10 के लिए 60 और कक्षा 12 के लिए 77 सेंपल पेपर जारी किए हैं. ये सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर उपलब्ध हैं.

No answer books in Accountancy
2024 में बोर्ड परीक्षा से शुरू होकर, सीबीएसई अकाउंटेंसी सब्जेक्ट में प्रदान की गई टेबल्स वाली आंसर सीट को खत्म कर देगा. इसके बजाय, कक्षा 12 के दूसरे सब्जेक्ट्स की तरह नॉर्मल लाइन वाली आंसर सीट प्रदान की जाएंगी. यह बदलाव 2023-24 की बोर्ड परीक्षा से प्रभावी है.

Special arrangement for sports and Olympiad participants
राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्पोर्ट्स आयोजनों और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में हिस्सा लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए, सीबीएसई बाद की तारीख में विशेष परीक्षा आयोजित करेगा, जिससे उन्हें शैक्षणिक और करिकुलम एक्टिविटीज को बेलेंस करने की अनुमति मिलेगी. मान्यता प्राप्त खेल और ओलंपियाड इस व्यवस्था के लिए पात्र हैं.

Boards exams twice a year, the best score retained
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप, नया करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) बोर्ड परीक्षाओं को साल में दो बार आयोजित करने में सक्षम बनाता है. छात्र अपना बेस्ट स्कोर बरकरार रख सकते हैं और उन सब्जेक्ट में परीक्षा देना चुन सकते हैं जिन्हें उन्होंने पूरा कर लिया है और जिनके लिए वे तैयार महसूस करते हैं.

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